पुलवामा के बाद तैयार थी नेवी, पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए परमाणु पनडुब्बी की तैनाती

भारत की ओर से तैनात पनडुब्बी में परमाणु पनडुब्बी आईएनएस चक्र और एयरक्राफ्ट करियर आईएनएस विक्रमादित्य शामिल थे. बता दें कि भारत ने पहली बार इन परमाणु पनडु्ब्बियों की तैनाती पाकिस्तान के खिलाफ की थी.

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आईएनएस चक्र पनडूब्बी (File Photo) आईएनएस चक्र पनडूब्बी (File Photo)

मंजीत नेगी

  • नई दिल्ली,
  • 17 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 11:59 PM IST

पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव इस कदर बढ़ने लगा मानो जंग की नौबत आ गई. इस दौरान जहां थल सेना ने जम्मू-कश्मीर में बॉर्डर और LoC पर पाक की हिमाकत का सख्त जवाब दिया, वहीं एयरफोर्स ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को नेस्तानाबूद कर दिया.

इस दौरान इंडियन नेवी भी पूरी तरह तैयार थी. नौसेना ने समंदर में पाकिस्तान की किसी भी हरकत मुंहतोड़ जवाब देने के लिए अपने सारे अस्त्र-शस्त्र को तैयार कर रखा था. बस दुश्मन की ओर से एक चूक भर की देर थी और फिर उसे ऐसा सबक सिखाया जाता जो इतिहास बनने वाला था. भारत ने पाकिस्तान को जवाब देने के लिए अहम ठिकानों पर परमाणु पनडुब्बियों की तैनाती भी कर दी थी.

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भारत की ओर से तैनात पनडुब्बी में परमाणु पनडुब्बी आईएनएस चक्र और एयरक्राफ्ट करियर आईएनएस विक्रमादित्य शामिल थे. बता दें कि भारत ने पहली बार इन परमाणु पनडु्ब्बियों की तैनाती पाकिस्तान के खिलाफ की थी.

7 जनवरी 2019 से इंडियन नेवी अपने सबसे बड़े वार गेम का अभ्यास कर रही थी. इसे थिएटर लेवल ऑपरेशनल रेडिनेस एक्सरसाइज (TROPEX 19) नाम दिया गया था. इस सैन्य अभ्यास की शुरूआत 07 जनवरी 2019 को हुई थी और 10 मार्च 2019 को यह अभ्यास समाप्त होने वाला था.

इस बीच में 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ पर आतंकी हमले के बाद पूरा परिदृश्य ही बदल गया. आनन-फानन में नेवी ने युद्धक जहाजों, पनडुब्बियों की तैनाती उत्तरी अरब सागर में की. इंडियन नेवी के इस फ्लीट में आईएनएस विक्रमादित्य, न्यूक्लियर पनडुब्बियां, दूसरे जहाज, सामान्य पनडुब्बियां और हवाई जहाज शामिल थे.

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इंडियन नेवी के तेवर और भारी-भरकम बेड़े को देखते हुए पाकिस्तान की नेवी कोई हरकत नहीं कर सकी. भारतीय नौसेना की ताकत को देखते हुए पाकिस्तान नेवी भी मकरान तट पर ही तैनात रही और उसने खुले समुद्र में आगे बढ़ने का दुस्साहस नहीं किया.

बता दें कि बालाकोट स्ट्राइक के बाद 28 फरवरी 2019 को हुये तीनों सेनाओं ने एक स्पष्ट और दृढ़ संदेश दिया था कि भारतीय नौसेना देश के समुद्री क्षेत्र में पाकिस्तान की किसी कार्रवाई को रोकने और उसे परास्त करने के लिए तैयार है.

TROPEX 19 में भारतीय नौसेना के 60 जहाजों,  भारतीय तटरक्षक के 12 जहाजों और 60 हवाई जहाजों ने भाग लिया था. इस अभ्यास के दौरान नौसेना ने अपनी काबिलियत साबित की, और तीनों सेनाओं के साथ समन्वय बिठाते हुए शांति से युद्ध के बदले माहौल में प्रतिक्रिया देने की अपनी क्षमता का मुजाहिरा किया.

सोमवार (18 मार्च) को नौसेना प्रमुख सभी कमांडरों के साथ TROPEX 19 की समीक्षा करेंगे. इसका उद्देश्य अभ्यास परिचालन का परीक्षण करना तथा भारतीय नौसेना के सामरिक गतिविधि संबंधी तैयारी का मूल्यांकन करना है.

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