राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट बुधवार को अपने विधानसभा क्षेत्र टोंक का दौरा करेंगे. सचिन पायलट के इस दौरे को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहेंगे. पुलिस ने बाकायदा इसे लेकर गाइडलांइस भी जारी की है. एस्कॉर्ट्स, PSO, सहित सशस्त्र गार्ड सचिन पायलट के सुरक्षा में तैनात किए जाएंगे. उपमुख्यमंत्री पद से हटने के बाद सचिन पायलट का ये पहला टोंक दौरा होगा.
राजस्थान में राजनीतिक संकट खत्म होने के बाद अपने विधानसभा क्षेत्र पहुंच रहे सचिन पायलट यहां जनता का दुख दर्द जानेंगे और कोरोना को लेकर अधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे. पायलट दोपहर में टोंक पहुंचेंगे. वे यहां पर जनसुनवाई करेंगे. सचिन पायलट जिले में कोरोना की स्थिति तथा इसकी रोकथाम के उपाय को लेकर चर्चा करेंगे.
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उधर, गहलोत-पायलट की जंग तो फिलहाल थम गई है, लेकिन कांग्रेस नेतृत्व मामले को स्थाई तौर पर सुलझाना चाहता है. बहुत जल्द राजनीतिक नियुक्तियां और मंत्रिमंडल में फेरबदल कर गहलोत और पायलट समर्थकों को संतुष्ट किया जा सकता है. बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कैबिनेट से सचिन पायलट, विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा हटाए जाने के बाद मंत्रिमंडल में कुल 22 मंत्री बचे हैं.
इनमें मास्टर भंवरलाल मेघवाल कोमा में हैं और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. इन दोनों नेताओं की कैबिनेट से छुट्टी हो सकती है. गहलोत अपनी कैबिनेट से भी करीब 5 मंत्रियों की छुट्टी कर सकते हैं. इस तरह से करीब 15 मंत्रियों की जगह खाली हो सकती है.
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राजस्थान कैबिनेट में कुल सदस्यों की संख्या 30 तक हो सकती है. पायलट को डिप्टी सीएम पद से हटाए जाने बाद गुर्जर नेता के रूप में शकुंतला रावत या फिर जितेंद्र सिंह को कैबिनेट में जगह मिल सकती है. राज्य मंत्री के लिए जोगेंद्र सिंह अवाना और गिरिराज मलिंगा भी कोशिश कर रहे हैं.
शरत कुमार