पंजाब की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. शिरोमणि अकाली दल में चल रही बगावत की खबरों के बीच शिअद ने अचानक कोर कमेटी को भंग कर दिया है. कोर कमेटी भंग होने के बाद अकाली दल के प्रवक्ता और पार्टी के वरिष्ठ नेता दलजीत चीमा ने कहा कि वर्किंग कमेटी ने सुखबीर बादल को पार्टी संगठन को नए सिरे से बनाने का अधिकार दे दिया है. बता दें कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद बागियों ने सुखबीर सिंह बादल पर सवाल उठाते हुए इस्तीफे की मांग की थी.
क्या बोले दलजीत चीमा
दलजीत चीमा ने पार्टी के इस फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि इस संबंध में पार्टी अध्यक्ष ने आज चंडीगढ़ में अपने वरिष्ठ सहयोगियों के साथ बैठक में विस्तार से चर्चा की. इस बैठक में पार्टी की कोर कमेटी को भंग करने का फैसला लिया गया. इसे जल्द ही पुनर्गठित किया जाएगा. चीमा ने बताया कि बैठक में चार सीटों के उपचुनावों को लेकर भी चर्चा की गई. बैठक में हरजिंदर सिंह धामी, परमजीत सिंह सरना, इकबाल सिंह झूंडा, वरिष्ठ नेता बलविंदर सिंह भूंदर, महेश इंदर सिंह ग्रेवाल और हरचरण बैंस मौजूद थे.
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पकड़ा गया अलकायदा का आतंकी, बिन लादेन का करीबी था अमीन उल हक
बता दें कि कोर कमेटी के कुछ नेताओं ने लोकसभा चुनाव में मिली हार के सुखबीर सिंह बादल के इस्तीफे की मांग की थी. इसे लेकर शिरोमणि अकाली दल में घमासान मचा हुआ था.जानकारों का कहना है कि सुखबीर सिंह बादल ने ये फैसला खुद को सुरक्षित रखने के लिए उठाया है. वहीं, विरोध करने वाले नेताओं ने इसे तानाशाही वाला कदम बताते हुए कहा कि पार्टी नेताओं की बात सुनने और त्याग दिखाने के वक्त ये फैसला निराश करने वाला है.
बता दें कि नवंबर 2022 में शिरोमणि अकाली दल ने कोर कमेटी का पुनर्गठन किया था. उधर, विरोध के बीच विद्रोही अकाली नेताओं ने 15 जुलाई को 103 साल पुराने संगठन को मजबूत और ऊपर उठाने के लिए एक मंच – ‘शिरोमणि अकाली दल सुधार लहर’ शुरू किया था.
aajtak.in