दिल्ली ब्लास्ट के बाद राजधानी की राजनीति गरम हो गई है. आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जब भी कोई बड़ी दुर्घटना या आतंकी वारदात होती है, सरकार के बड़े-बड़े नेता केवल सोशल मीडिया पर संवेदनाएं जताते हैं, लेकिन जमीन पर पीड़ितों की कोई सुध नहीं ली जाती.
एलएनजेपी अस्पताल के बाहर मीडिया से बात करते हुए भारद्वाज ने कहा, “जब किसी गरीब परिवार का सदस्य मरता है तो सरकार ट्विटर पर लिख देती है- ‘ईश्वर उन्हें दुःख सहने की शक्ति दे’. लेकिन असली संवेदना तब होती है जब सरकार उनके लिए खड़ी हो. अगर किसी के परिजन की लाश घर ले जाने के लिए एंबुलेंस तक नहीं दी जाती, तो ऐसी संवेदना की कोई कीमत नहीं.”
उन्होंने सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा, “ये वही सरकार है जो तालिबान को एंबुलेंस मुहैया करा सकती है, लेकिन दिल्ली में अपने नागरिकों के शव घर भेजने के लिए एंबुलेंस नहीं देती. गृहमंत्री और मुख्यमंत्री दोनों अस्पताल आए, बोले सब ठीक चल रहा है, लेकिन जिन परिवारों के लोग मारे गए, उन्हें खुद कहा गया कि अपनी एंबुलेंस का इंतज़ाम कर लो. यह बेहद शर्मनाक और अमानवीय है.”
भारद्वाज ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने खुद कहा था कि अगर देश में कोई आतंकवादी हमला होता है तो उसे ‘युद्ध’ माना जाएगा. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “दिल्ली में धमाका हुआ, लोग मारे गए, लेकिन प्रधानमंत्री आज विदेश यात्रा पर निकल गए. शायद यह दुनिया का पहला देश होगा जहां ‘युद्ध’ चल रहा हो और प्रधानमंत्री विदेश में हों.”
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधियों ने अस्पताल में घायलों और डॉक्टरों से मुलाकात की है. पूर्व मंत्री ने कहा, “हमने सरकार से मांग की है कि कम से कम घायलों को उचित इलाज और मृतकों के परिजनों को एंबुलेंस सुविधा दी जाए. यह कोई उपकार नहीं, उनका अधिकार है.”
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