पंजाबः शिरोमणि अकाली दल ने 7 नेताओं को पार्टी से निकाला, कई प्रभारियों पर भी गिरी गाज

आरोप है कि ये नेता पिछले कुछ समय से पार्टी विरोधी कार्यों में शामिल थे. इसपर एक्शन लेते हुए पार्टी ने ये कदम उठाया है. इन नेताओं की पार्टी की मूल सदस्यता खत्म कर दी गई है.अनुशासन समिति लंबी चर्चा के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची कि इन नेताओं द्वारा पार्टी की छवि खराब की जा रही है.

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सुखबीर सिंह बादल. (Photo: India Today) सुखबीर सिंह बादल. (Photo: India Today)

अमन भारद्वाज

  • नई दिल्ली,
  • 30 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 6:46 PM IST

शिरोमणि अकाली दल में मचा सियासी तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है. कोर कमेटी भंग होने के बाद अब शिअद की अनुशासन समिति ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में 7 शामिल नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. 7 विधानसभा क्षेत्रों के वर्तमान विधानसभा प्रभारियों को भी हटा दिया गया है. जिन नेताओं को पार्टी से निकाला गया है उनमें गुरप्रताप सिंह वडाला, बीबी जागीर कौर, प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, परमिंदर सिंह ढींढसा, सिकंदर सिंह मलूका, सुरजीत सिंह रखड़ा, सुरिंदर सिंह ठेकेदार और चरणजीत सिंह बराड़ शामिल हैं.

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आरोप है कि ये नेता पिछले कुछ समय से पार्टी विरोधी कार्यों में शामिल थे. इसपर एक्शन लेते हुए पार्टी ने ये कदम उठाया है. इन नेताओं की पार्टी की मूल सदस्यता खत्म कर दी गई है.अनुशासन समिति लंबी चर्चा के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची कि इन नेताओं द्वारा पार्टी की छवि खराब की जा रही है.

जानें इन नेताओं पर क्या है आरोप

अनुशासन समिति के सदस्यों ने कहा कि 26 जून 2024 को पार्टी की कार्य समिति की बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया था. इसमें सभी नेताओं से पार्टी के प्रति ईमानदारी की अपील की गई थी.कहा गया था कि अगर वो कुछ कहना चाहते हैं तो पार्टी फोरम में आकर कहें. अगर वे पार्टी मीटिंग में बोलने के बजाय मीडिया में जाकर पार्टी को कमजोर करने के लिए गलत प्रचार करेंगे तो यह समझा जाएगा कि उन्हें पार्टी संगठन पर कोई भरोसा नहीं है. आरोप है कि इन नेताओं ने संयम बरतने की बजाय योजनाबद्ध तरीके से पार्टी के खिलाफ खुलेआम झूठा प्रचार करना शुरू कर दिया.इस कारण अनुशासन समिति ने ये कदम उठाया.

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अन्य नेताओं को भी दी गई चेतावनी

बैठक के बाद अनुशासन समिति के अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ ने प्रेस को बताया कि अनुशासन समिति लंबी चर्चा के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची कि इन नेताओं का एकमात्र उद्देश्य पार्टी को कमजोर करना है. पार्टी अब इन हरकतों को बर्दाश्त नहीं कर सकती. इसलिए अनुशासन समिति ने सर्वसम्मति से इन सभी नेताओं को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बर्खास्त करने का निर्णय लिया. उन्होंने कहा कि भविष्य में भी यदि कोई नेता पार्टी अनुशासन का उल्लंघन करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़ें: बागियों से निपटने के लिए क्या है शिरोमणि अकाली दल की प्लानिंग? जानें पहले कब-कब पार्टी पर मंडराया है खतरा

विधानसभा के प्रभारी भी बदले

बलविंदर सिंह ने बताया कि 7 विधानसभा क्षेत्रों के वर्तमान निर्वाचन क्षेत्र प्रभारियों को भी तत्काल प्रभाव से क्षेत्र प्रभारी के पद से हटाया जा रहा है. स्थानीय कार्यकर्ताओं और नेताओं के परामर्श से जल्द ही इन निर्वाचन क्षेत्रों में नए निर्वाचन क्षेत्र प्रभारियों की नियुक्ति की जाएगी. इन 7 विधानसभा क्षेत्रों में नकोदर, भुलत्थ, घनौर, सनूर, राजपुरा, समाना और गढ़शंकर विधानसभा क्षेत्रों के नाम शामिल हैं.

कोर कमेटी हुई थी भंग

बता दें कि कुछ दिन पहले ही शिअद ने कोर कमेटी को भी भंग करने का फैसला लिया था. बता दें कि कोर कमेटी के कुछ नेताओं ने लोकसभा चुनाव में मिली हार के सुखबीर सिंह बादल के इस्तीफे की मांग की थी. इसे लेकर शिरोमणि अकाली दल में घमासान मचा हुआ था.जानकारों का कहना है कि सुखबीर सिंह बादल ने ये फैसला खुद को सुरक्षित रखने के लिए उठाया था.

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