एक टीवी चर्चा में आवारा कुत्तों से जुड़े कई गंभीर मुद्दों पर बात हुई. पशु क्रूरता, खासकर मादा कुत्तों के साथ बलात्कार और उन्हें बेरहमी से मारने जैसे संवेदनशील विषयों पर चिंता व्यक्त की गई. सुप्रीम कोर्ट के संभावित आदेश के बाद 10 मिलियन आवारा कुत्तों के प्रबंधन की क्षमता पर सवाल उठाए गए, जिसमें उचित आहार, टीकाकरण और चिकित्सा देखभाल की उपलब्धता शामिल है. रेबीज के बढ़ते मामलों और बच्चों के मिड-डे मील में रेबीज पाए जाने का मुद्दा भी उठा.