विदेश मंत्रालय की ओर से गैर आधिकारिक जानकारी में कहा गया है कि भारत का रुख साफ है, "अगर पाकिस्तान से बात होगी तो सिर्फ पी ओह के की वापसी को लेकर ही होगी और आतंकियों को सौपने को लेकर ही बात होगी।" अमेरिकी राष्ट्रपति जेडी से बातचीत में पीएम मोदी ने पाकिस्तान के किसी भी हमले का भीषण जवाब देने की बात कही थी और एनएसए स्तर पर कोई बातचीत नहीं हुई, केवल डीजीएमओ स्तर पर संपर्क हुआ। भारत ने यह रुख किसी बाहरी दबाव में नहीं अपनाया है।