पश्चिम बंगाल के डायमंड हार्बर जिले में बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी की जनसभा से पहले विवाद हो गया है. यहां होटूगंज में टीएमसी और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई है. जबकि शुभेंदु अधिकारी घटनास्थल के पास डायमंड हार्बर इलाके में हैं. जबकि पूर्वी मिदनापुर के कांथी में टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी है. डायमंड हार्बर को सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी का गढ़ माना जाता है.
शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि विधानसभा में आपने (सीएम) मुझे ठीक करने की कोशिश की? मैं तीन विधायकों को साथ ले गया. हमने यहां पंडाल बनाया, दिनभर किसी ने आपत्ति नहीं की. रात में मंच को तोड़ने की गतिविधियां शुरू हो गईं. मैंने उनको हरा दिया. हमारे 223 वाहनों को वापस भेज दिया गया. आज 100 कारों में तोड़फोड़ की गई है. मैं 40 मिनट तक इंतजार करूंगा, जब तक आप सभी घर के लिए रवाना नहीं हो जाते.
अधिकारी ने आगे कहा- 2008 में बंगाल में दो जगह सीपीएम सरकार के खिलाफ बदलाव की मिसाल थी, एक नंदीग्राम और दूसरी यह जगह. अब मैं यहां खेल दिखाऊंगा. 24 परगना दक्षिण सभी भ्रष्ट गतिविधियों का केंद्र है. स्थानीय सांसद (अभिषेक बनर्जी) सब कुछ खाता है. कोयला, गाय, नौकरी, शराब.. कुछ नहीं छोड़ता. सोमवार को कलकत्ता हाईकोर्ट में अवमानना याचिका दायर करेंगे. पुलिस टीएमसी के पैर चाटती है. स्थानीय पुलिस के आदमी को कोयला घोटाले के पैसे लेने के लिए भेजा गया था.
बीजेपी नेता और पश्चिम बंगाल के सह प्रभारी अमित मालवीय ने ट्वीट किया और कहा- कलकत्ता HC ने बंगाल बीजेपी को 3 दिसंबर को डायमंड हार्बर में एक रैली आयोजित करने की अनुमति दी और पुलिस से सुरक्षा प्रदान करने को कहा. इसके बावजूद बीती रात टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम स्थल पर हंगामा किया. पश्चिम बंगाल पुलिस और गृह मंत्री ममता बनर्जी को अवमानना कार्यवाही का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए.
इससे पहले कोलकाता हाईकोर्ट ने शुभेंदु अधिकारी को शनिवार डायमंड हार्बर में एक बैठक आयोजित करने की अनुमति दी थी. शुभेंदु अधिकारी की मेगा मीटिंग से पहले बीजेपी ने आरोप लगाया था कि टीएमसी ने वेंडर को कुर्सियां वापस ले जाने के लिए मजबूर किया है.
बताते चलें कि डायमंड हार्बर से दो बार सांसद चुने गए अभिषेक बनर्जी शनिवार को कांठी में पहुंचे और एक बैठक की अध्यक्षता की, जिसे शुभेंदु अधिकारी का इलाका माना जाता है.
वहीं, विवाद पर बीजेपी विधायक अग्निमित्र पॉल ने कहा- मुझे बताया गया कि टीएमसी के गुंडों ने होटुगंज में सड़क जाम कर दी है. जब मैं वहां गया तो उन लोगों ने कहा कि केंद्र सरकार को जवाब देना चाहिए कि गैस के दाम क्यों ज्यादा हैं. मैंने उनसे कहा कि ये जगह चर्चा करने की नहीं है. इसके बाद उन्होंने हमारे कार्यकर्ताओं को पीटना शुरू कर दिया. उन्होंने आगजनी का सहारा लिया. तोड़फोड़ में गाड़ियां की.
कांथी में 2 ब्लास्ट पर कहा- बंगाल अब बम की फैक्ट्री है. अगर टीएमसी को कोई समस्या है कि हम कह रहे हैं कि यह टीएमसी नेता का घर था और जो लोग मारे गए वे टीएमसी कार्यकर्ता हैं, उन्हें एनआईए को जांच करने देनी चाहिए. पंचायत के लिए केंद्रीय बल चाहिए. हमें पता है कि 2018 की तरह खूनखराबा होगा.
सूर्याग्नि रॉय