पूरे देश में दक्षिण पश्चिम मॉनसून सक्रिय है. लगातार हो रही बारिश से देश के अलग-अलग हिस्सों से ऐसी तस्वीरें आई हैं जो तबाही और मुसीबत की गवाही दे रही हैं. अचानक हुई तेज बरसात से मध्य प्रदेश के मंडला में जनजीनवन ठहर सा गया है. बरसाती नाले घरों में घुस गए हैं, गांवों को जोड़ने वाली सड़कें जलग्मन हैं, मंडला में प्रशासन ने 83 लोगों का रेस्क्यू भी किया है, उन्हें सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा दिया गया है.
छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की वजह से पेंड्रा में बरसाती नाले नदियां उफान पर हैं. कई गांवों का मुख्य इलाकों से संपर्क टूट गया है. गाड़ियां बह गई हैं, कई खेत भी जलमग्न हैं. पेंड्रा के अलावा छत्तीसगढ़ के कई और इलाकों का भी यही हाल है. सुकमा में सबरी नदी उफान पर है.
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में रिहायशी इलाके में बरसात का पानी घुस गया है. रेलवे अंडरपास भर गया है, रेलवे टैक के आसपास बनी कॉलोनियां भी पानी-पानी हो गई हैं.
गुजरात के जामनगर में भारी बारिश से सबकुछ ठहर सा गया है. जामगर में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड बारिश हुई है. शहर के कई बाजार पूरी तरह से डूब गए हैं. गलियां पानी-पानी हो गई हैं. जामनगर में कई वाहन पानी में फंस गए, कुछ गाड़ियां खराब भी हो गईं, बाद में जेसीबी की मदद से इन्हें निकाला गया.
मैदानों के अलावा पहाड़ों का भी हाल बुरा है. उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश हो रही है. उत्तरकाशी में भारी बारिश की वजह से स्यानाचट्टी में झीलों में उफान आ गया है, नदी किनारे बने होटलों में बाढ़ का पानी घुस गया है.
मॉनसून अपने पूरे आवेग में है. पहाड़ों से मैदान तक बारिश से त्राहिमाम है. मैदानों पर तो संकट इतना गहरा है कि करोड़ों का नुकसान हो गया है. कहीं सड़कों पर मलबा है, कहीं सड़कों-रास्तों-गांवों में सैलाब उतर आया है. घंटों तक रास्ते बंद हैं, जिससे आम जनजीवन बिलकुल अस्त-व्यस्त हो गया है.
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