शहाजहां शेख ने कुबूला जुर्म, पुलिस बोली इलाके में बदनाम है आरोपी... पढ़ें रिमांड कॉपी की बड़ी बातें

पश्चिम बंगाल के संदेशखाली हिंसा के मुख्य आरोपी शाहजहां शेख को ईडी टीम पर हमला केस में गिरफ्तार किया गया है. पश्चिम बंगाल पुलिस ने आरोपी को उत्तर 24 परगना से गिरफ्तार किया है. इसके बाद उसे बशीरहाट कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने आरोपी को 10 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. पुलिस ने कोर्ट से 14 दिनों की कस्टडी मांगी थी.

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टीएमसी ने शहाजहां शेख को निलंबित कर दिया है (फाइल फोटो) टीएमसी ने शहाजहां शेख को निलंबित कर दिया है (फाइल फोटो)

ऋत्विक भालेकर

  • कोलकाता,
  • 29 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 5:25 PM IST

55 दिनों से फरार टीएमसी नेता शाहजहां शेख को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया. पश्चिम बंगाल के संदेशखाली हिंसा के मुख्य आरोपी शाहजहां शेख को ईडी टीम पर हमला केस में गिरफ्तार किया गया है. पश्चिम बंगाल पुलिस ने आरोपी को उत्तर 24 परगना से गिरफ्तार किया है. इसके बाद उसे बशीरहाट कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने आरोपी को 10 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. पुलिस ने कोर्ट से 14 दिनों की कस्टडी मांगी थी. 

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पुलिस ने शाहजहां शेख के एक और सहयोगी अमीर अली गाजी को भी गिरफ्तार कर लिया है. बंगाल पुलिस ने आरोपी को राउरकेला, ओडिशा से गिरफ्तार किया है. वह शाहजहां शेख के करीबी सहयोगियों में से एक है. इस शख्स पर पिछले कुछ दिनों में ग्रामीणों को डराने-धमकाने और उनसे पैसे वसूलने के कई आरोप लगे थे. वह महिलाओं को धमकाता था और कथित तौर पर मनरेगा के तहत जॉब कार्ड धारकों से कट मनी लेता था.

शाहजहां शेख की रिमांड कॉपी से सामने आईं बड़ी बातें

इस बीच आजतक/इंडिया टुडे को शाहजहां शेख मामले में पुलिस की रिमांड कॉपी मिली है. रिमांड कॉपी के पहले पन्ने में कहा गया है कि शाहजहां ने जांच अधिकारी के सामने अपना अपराध कबूल कर लिया है और ईडी अधिकारियों पर हमले के मामले में अपनी संलिप्तता कबूल कर ली है. इसमें यह भी लिखा है कि शेख शाहजहां एफआईआर नामित आरोपी है, जो अपने क्षेत्र में प्रभावशाली है और जमानत पर रिहा होने के बाद उसके फरार होने और मामले के गवाहों को धमकी देने की पूरी संभावना है. 

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'आरोपी ने लूटे हुए सामान की बरामदगी का आश्वासान दिया'

पुलिस ने कोर्ट में जो रिमांड कॉपी दायर की थी, उसमें आगे कहा गया है कि इस अपराध में बड़ी संख्या में उपद्रवी शामिल हैं, जिनकी सही ढंग से पहचान करना जरूरी है. शेख ही एकमात्र व्यक्ति है जो शामिल फरार आरोपियों की जानकारी दे सकता है. इस मामले में अब तक लूटे गए सामान की कोई बरामदगी नहीं हो सकी है और आरोपी ने गुप्त स्थानों पर छिपाकर रखे गए अपने गुर्गों से लूटे गए सामान को बरामद करने में पुलिस की मदद करने का आश्वासन दिया है.
 
'आरोपी की रिहाई से इलाके में भड़क सकती है हिंसा' 

पुलिस ने कोर्ट में कहा कि सहाजहान शेख के मुताबिक संबंधित मुद्दों के साथ संदेशखाली और नज़ात थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक गंभीर कानून और व्यवस्था की समस्या व्याप्त है. सहजहान शेख और उसके सहयोगियों की रिहाई से इस समय इन इलाकों में और हिंसा भड़क सकती है. आरोपी की प्रतिष्ठा बहुत खराब है और उसके लॉवर डिवजन कोर्ट के आदेश का उल्लंघन कर फरार होने की पूरी संभावना है. 

आरोपी TMC से 6 साल के लिए निलंबित

तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने गुरुवार को शेख शाहजहां को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया. टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने शाहजहां की गिरफ्तारी के तुरंत बाद उसे पार्टी से निलंबित करने के फैसले की घोषणा की. ब्रायन ने कहा, 'हमने शेख शाहजहां को 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित करने का फैसला किया है. हमेशा की तरह, हम जो कहते हैं वह करते हैं. हमने अतीत में उदाहरण स्थापित किए हैं और हम आज भी ऐसा कर रहे हैं'. बता दें कि शेख संदेशखाली विधानसभा क्षेत्र का टीएमसी संयोजक था और पार्टी के कब्जे वाले उत्तर 24 परगना जिला परिषद का सदस्य भी था.

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कब चर्चा में आया शाहजहां शेख?

शाहजहां शेख की पहचान टीएमसी के एक ताकतवर और प्रभावशाली नेता के तौर पर है. वो संदेशखाली यूनिट का टीएमसी अध्यक्ष भी रह चुका है. पहली बार शाहजहां शेख उस समय चर्चा में आया, जब 5 जनवरी को ईडी की टीम शाहजहां से बंगाल राशन वितरण घोटाला मामले में पूछताछ करने पहुंची थी, उस समय उसके गुर्गों ने ईडी की टीम पर हमला कर दिया था. उसके बाद से ईडी ने लगातार पूछताछ के लिए शाहजहां शेख को समन जारी किए थे लेकिन वह फरार था.

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