केरल के तिरुवनंतपुरम के वर्कला के पास एक शराबी व्यक्ति ने चलती ट्रेन से एक महिला यात्री को धक्का दे दिया. आरोपी ने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि महिला यात्री ने दरवाजे से हटने से इनकार कर दिया था. फिलहाल मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. इस बात की जानकारी एक न्यूज एजेंसी ने दी.
अभी भी आईसीयू में है महिला
प्राथमिकी के अनुसार आरोपी जिसकी पहचान पनाचमूडू निवासी सुरेश कुमार (50) के रूप में हुई है. उसने गुस्से में पालोडे निवासी 20 वर्षीय श्रीकुट्टी को ट्रेन से बाहर धकेल दिया था. अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि घायल महिला की हालत में सुधार हुआ है, लेकिन वह अभी भी आईसीयू में है.
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तिरुवनंतपुरम रेलवे पुलिस ने कुमार के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 109 के तहत हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है. श्रीकुट्टी और उसकी दोस्त अर्चना (19), पीटीपी नगर, अलुवा से तिरुवनंतपुरम जा रही केरल एक्सप्रेस के अनारक्षित डिब्बे में यात्रा कर रही थीं तभी यह घटना हुई.
सिर और पेट में आई है गंभीर चोट
एफआईआर में कहा गया है, "श्रीकुट्टी द्वारा दरवाजे से हटने से इनकार करने पर आरोपी ने गुस्से में आकर उसकी पीठ पर लात मारी और उसे चलती ट्रेन से बाहर धकेल दिया." एफआईआर में यह भी कहा गया है कि अर्चना मदद के लिए चिल्लाई, जिसके बाद आरोपी ने उसका हाथ और पैर पकड़ लिया व उसे भी बाहर धकेलने की कोशिश की. अर्चना की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस ने बताया कि मेडिकल जांच में पुष्टि हुई है कि कुमार नशे में था. कथित तौर पर वह कोट्टायम से अनारक्षित कोच में चढ़ा था. पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी दर्ज कर ली है और कुमार को बाद में अदालत में पेश किया जाएगा. सिर और पेट में गंभीर चोटें आने के कारण श्रीकुट्टी का तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है.
एक अधिकारी ने बताया कि डॉक्टरों की एक टीम उसकी स्थिति की समीक्षा करेगी और सर्जरी करने का फैसला करेगी. यह घटना केरल एक्सप्रेस के वर्कला रेलवे स्टेशन से रात करीब 8.30 बजे रवाना होने के कुछ ही देर बाद हुई. घटना के बाद यात्रियों ने आपातकालीन चेन खींचकर पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को सूचना दी.
तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज में चल रहा है महिला का इलाज
महिला की जब खोजबीन शुरू की गई तो वह वर्कला स्टेशन से लगभग दो किलोमीटर दूर पटरी पर पड़ी मिली. उसे पहले एक मेमू ट्रेन से वर्कला रेलवे स्टेशन ले जाया गया और फिर पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. उसकी गंभीर हालत को देखते हुए, उसे बाद में तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया.
आरपीएफ कर्मियों द्वारा पकड़े गए आरोपी को कोचुवेली स्टेशन पर रेलवे पुलिस के हवाले कर दिया गया. अर्चना ने बाद में मीडिया को बताया कि उस पर और श्रीकुट्टी पर हमला किया गया. अर्चना ने कहा, "उसने उसे ट्रेन से बाहर धकेल दिया और फिर मुझे भी नीचे खींचने की कोशिश की, लेकिन अन्य यात्रियों द्वारा मुझे ऊपर खींचने के बाद मैं किसी तरह बच निकली."
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