मणिपुर में एक बार फिर हालात बिगड़ रहे हैं. रविवार रात उग्र भीड़ और स्थिति को काबू में करने के लिए सुरक्षाबलों ने फायरिंग की जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया. हिंसा की ताजा घटनाओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने सीएपीएफ की 50 अतिरिक्त कंपनियां मणिपुर भेजने का फैसला किया है.
सूत्रों ने बताया कि केंद्र सरकार ने मणिपुर में सीएपीएफ की 50 अतिरिक्त कंपनियां भेजने का फैसला किया है. राज्य में 'चुनौतीपूर्ण' स्थिति से निपटने के लिए केंद्र मणिपुर में 5,000 से अधिक जवानों को तैनात करेगा. गृह मंत्रालय ने इससे पहले अर्द्ध सैनिक बलों की 20 अतिरिक्त कंपनियां मणिपुर भेजी थीं.
मणिपुर में लौट रहा हिंसा का दौर
बता दें कि पिछले सोमवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के साथ भीषण मुठभेड़ में कम से कम 11 संदिग्ध उग्रवादी मारे गए थे. अत्याधुनिक हथियारों से लैस उग्रवादियों ने जिरीबाम जिले के जाकुरधोर में बोरोबेक्रा पुलिस स्टेशन और उससे सटे CRPF कैंप पर अंधाधुंध गोलीबारी की थी.
भीषण मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने अत्याधुनिक हथियारों का एक बड़ा जखीरा भी जब्त किया था. सूत्रों ने बताया था कि मणिपुर में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की जिन 20 कंपनियों को भेजने का आदेश दिया गया है, उनमें सीआरपीएफ की 15 और सीमा सुरक्षा बल (BSF) की पांच कंपनियां शामिल हैं.
सुरक्षाबलों की गोलीबारी में एक शख्स की मौत
मणिपुर के जिरीबाम जिले में रविवार को एक व्यक्ति की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया. मृतक की पहचान 20 वर्षीय अथौबा (K Athouba) नाम के युवक के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि उग्र भीड़ और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षाबलों की ओर से गोलीबारी की गई की थी, जिसमें वह घायल हो गया था. ये घटना जिरीबाम जिले के बाबूपुरा में रात करीब 11 बजे की बताई जा रही है.
जितेंद्र बहादुर सिंह