श्रीलंका में बन रहा है सीता अम्मा का मंदिर, भारत से सरयू का जल भेजा जाएगा

श्रीलंका में बन रहे विशाल सीता अम्मा मंदिर में 19 मई को मां जानकी की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. इसके लिए श्रीलंका ने उत्तर प्रदेश सरकार से अयोध्या की पवित्र सरयू नदी का जल भेजने का अनुरोध किया है. मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि इस पहल से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत होंगे और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा मिलेगा.

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सरयू नदी. (फाइल फोटो) सरयू नदी. (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 29 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 2:03 PM IST

इस साल के शुरुआत में अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब श्रीलंका में माता सीता का विशाल मंदिर बन रहा है. इस मंदिर में सीता अम्मा की 19 मई को प्राण प्रतिष्ठा होने है, जिसके लिए अयोध्या की पवित्र सरयू नदी का जल श्रीलंका भेजा जाएगा. इसके लिए भारत सरकार ने प्रक्रिया शुरू कर दी है.

पवित्र सरयू नदी का जल मंगाने के लिए श्रीलंका के प्रतिनिधिमंडल की ओर से उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को पत्र लिखा था और मां जानकी की मूर्ति की प्रतिष्ठा के लिए जल भेजने का अनुरोध किया था. उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र मिलने के बाद सरकार ने पर्यटन विभाग को जल भेजने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

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दोनों देश के संबंधों को मिलेगी मजबूत

श्रीराम मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि इस पहल से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत होंगे और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने में इसके महत्व पर जोर देते हुए इस पहल की सराहना की है. 

इस बारे में अयोध्या तीर्थ विकास परिषद के सीईओ संतोष कुमार शर्मा ने कहा कि श्रीलंका में सीता अम्मा मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. मंदिर के प्रतिनिधि ने यूपी सरकार से सरयू नदी का पानी मांगा है. हम कलश में पवित्र जल उपलब्ध कराएंगे. इस मंदिर का अनुष्ठान 19 मई को होगा. सीता अम्मा मंदिर में मां जानकी की प्राण प्रतिष्ठा का उद्देश्य दोनों देशों के दिलों को एकजुट करना है.

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