पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के संस्थापक इमरान खान की सेहत और सुरक्षा को लेकर बढ़ती अफवाहों के बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने गंभीर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि यह मामला भले ही पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा हो, लेकिन एक इंसान की जिंदगी दांव पर है और उसकी जानकारी सार्वजनिक होनी ही चाहिए.
थरूर का यह बयान उस समय आया है जब इमरान खान के बेटे कासिम खान ने खुलकर कहा है कि उन्हें और उनके परिवार को पिछले कई दिनों में इमरान खान की कोई जानकारी नहीं मिली. कासिम ने सोशल मीडिया पर लिखा, “हम चाहते हैं कि सरकार सबूत दे कि मेरे पिता जीवित हैं.”
इन्हीं अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए शशि थरूर ने कहा, “यह हमारे लिए किसी दूसरे देश के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करना ठीक नहीं है. लेकिन इस मामले में जिस प्रकार की चुप्पी है, वह चिंता का कारण है. कई लोग दावा कर रहे हैं कि कुछ गंभीर हो चुका है, लेकिन पाकिस्तान सरकार की ओर से कोई स्पष्ट जानकारी नहीं आई है. यह खामोशी ठीक नहीं है.”
यह सिर्फ राजनीति का मामला नहीं: थरूर
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा कि इमरान खान के बेटे ने खुद प्रूफ ऑफ लाइफ मांगा है और अभी तक उन्हें कोई सबूत नहीं दिया गया है. थरूर ने आगे कहा, “मैं एक भारतीय नागरिक के तौर पर कह रहा हूं यह सिर्फ राजनीति का मामला नहीं है, एक इंसान की जिंदगी दांव पर है. दुनिया भर में लाखों क्रिकेट प्रशंसक और अन्य लोग भी यह जानना चाहेंगे कि उनके साथ क्या हुआ. किसी को जेल में डालकर यूं गायब नहीं किया जा सकता.”
थरूर ने साफ कहा कि अगर इमरान खान की हालत को लेकर कोई संकट है तो पाकिस्तान सरकार और उसकी एजेंसियों को खुलकर बताना चाहिए. उन्होंने कहा, “अगर कुछ हुआ है, तो अधिकारियों को सच सामने रखना चाहिए.”
इमरान की बहनों ने खटखटाया हाईकोर्ट का दरवाजा
उधर, इमरान खान की बहनों ने अदालत का दरवाज़ा खटखटाते हुए IHC में अवमानना याचिका दायर की है क्योंकि जेल प्रशासन ने कोर्ट के आदेश के बावजूद उन्हें मुलाकात की अनुमति नहीं दी. खान की पार्टी PTI ने चेतावनी दी है कि यदि परिवार को मुलाकात नहीं दी गई तो देशभर में विरोध प्रदर्शन होंगे.
बता दें कि 73 वर्षीय इमरान खान लगभग 845 दिनों से रावलपिंडी की अडियाला जेल में बंद हैं और पिछले छह हफ्तों से कथित रूप से सख्त एकांतवास में रखे गए हैं. इस बीच कई तरह की अफवाहें फैल रही हैं, जिनमें उनकी सेहत बिगड़ने, वजन कम होने और यहां तक कि स्लो पॉइजनिंग जैसी बातें शामिल हैं.
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