'ओलंपिक में दिख रहा नए भारत का बुलंद आत्मविश्वास', बोले PM मोदी, अन्न योजना के लाभार्थियों से की बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना काल में उनकी सरकार ने लोगों को भूखा सोने पर मजबूर नहीं होने दिया. गरीब कल्याण अन्न योजना के गुजरात के लाभार्थियों से बात करते हुए पीएम मोदी ने यह बात कही.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 03 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 1:38 PM IST
  • पीएम मोदी ने गरीब कल्याण अन्न योजना के लाभार्थियों से बात की
  • बातचीत में पीएम मोदी ने ओलंपिक खेलों का जिक्र किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मंगलवार को ओलंपिक गेम्स का जिक्र करते हुए कहा कि जापान में नए भारत का बुलंद आत्मविश्वास दिख रहा है. गरीब कल्याण अन्न योजना के गुजरात के लाभार्थियों से बात करते हुए पीएम मोदी ने यह बात कही. वह बोले कि कोरोना काल में उनकी सरकार ने लोगों को भूखा सोने पर मजबूर नहीं होने दिया. आगे बताया गया कि यह अन्न योजना दीवाली तक चलेगी.

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मोदी बोले कि आज दुनियाभर में पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना की तारीफ होती है. बड़े-बड़े एक्सपर्ट इस बात को कहते हैं कि भारत अपने 80 करोड़ से अधिक लोगों को इस महामारी के दौरान मुफ्त अनाज उपलब्ध करा रहा है.

ओलंपिक खेलों के भारतीय दल की तारीफ की

ओलंपिक खेलों पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस बार ओलंपिक में भारत के अब तक के सबसे अधिक खिलाड़ियों ने क्वालीफाई किया है. ये 100 साल की सबसे बड़ी आपदा से जूझते हुए किया गया है. पीएम ने कहा कि इस ओलंपिक में नए भारत का बुलंद आत्मविश्वास हर खेल में दिख रहा है. जिसमें हमारे खिलाड़ी अपने से बेहतर खिलाड़ियों और टीमों को चुनौती दे रहे हैं. मोदी बोले कि भारतीय खिलाड़ियों का जोश, जुनून और जज़्बा आज सर्वोच्च स्तर पर है और ये आत्मविश्वास तब आता है जब व्यवस्थाएं बदलती हैं, पारदर्शी होती हैं.

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पिछली सरकारों पर पीएम मोदी का निशाना

पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी बोले कि आजादी के बाद से ही करीब-करीब हर सरकार ने गरीबों को सस्ता भोजन देने की बात कही थी. सस्ते राशन की योजनाओं का दायरा और बजट साल दर साल बढ़ता गया, लेकिन उसका जो प्रभाव होना चाहिए था, वो सीमित ही रहा.

मोदी ने कहा कि देश के खाद्य भंडार तो बढ़ते गए, लेकिन भुखमरी और कुपोषण में उस अनुपात में कमी नहीं देखी गई. उन्होंने इसके लिए प्रभावी डिलिवरी सिस्टम के ना होने को जिम्मेदार ठहराया. मोदी ने कहा कि साल 2014 के बाद उन्होंने इसे बदलने के लिए नए सिरे से काम करना शुरू किया था.

पीएम बोले कि इसके लिए नई टेक्नोलॉजी की मदद ली गई और करोड़ों फर्जी लाभार्थियों को सिस्टम से हटाया भी गया. राशन कार्ड को आधार से लिंक किया गया. सरकारी राशन की दुकानों में डिजिटल टेक्नोलॉजी को प्रोत्साहित किया गया.

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