प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार 12वीं बार लगातार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करेंगे. इस साल भारत अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाएगा. इसे खास और ऐतिहासिक बनाने के लिए तैयारियां भी जोरशोर से चल रही है. प्रधानमंत्री साल 2014 से हर साल इस अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और फिर राष्ट्र को संबोधित करते हैं. सूत्रों के अनुसार, इस साल प्रधानमंत्री के भाषण में भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता, खासकर ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दिखाई गई साहसिकता को सम्मानित किया जाएगा.
भाषण के मुख्य विषय
दुनिया भर के कई मुल्क आपस में लड़ रहे हैं और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ की मार झेल रहे हैं, ऐसे में माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री अपने भाषण में भारत का वैश्विक दृष्टिकोण और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी पर भी बात कर सकते हैं.
हाल में ही भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान का पहलगाम में आतंकी हमले करने के लिए सबक सिखाया था. भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में आतंकवादियों की ढांचा को बड़े पैमाने पर नुकसान था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सशस्त्र बलों की महत्वपूर्ण भूमिका और देश की सुरक्षा में उनका योगदान पर भी चर्चा कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री मोदी भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का आर्थिक रोड मैप भी पेश कर सकते हैं. भारत ने इसी साल जापान को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है.
ऑपरेशन सिंदूर का महत्व
ऑपरेशन सिंदूर भारत के द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ चलाया गया एक सैन्य अभियान था जिसे 6-7 मई 2025 को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ अंजाम दिया गया. सटीक हमलों से पाक के आतंकी ढाचों को ध्वस्त किया गया. यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में किए गए आतंकी हमले के जवाब में थे, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी. इस हमले में आतंकियों ने धर्म पूछकर लोगों को मारा था, जो कि इस हमले को और भयावह बना देता है.
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सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी जम्मू-कश्मीर के पूर्ण राज्य बहाली के मांग को समर्थन भी दे सकते हैं. वहीं इस मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में प्रधान न्यायाधीश भूषण रामकृष्ण गवई और न्यायमूर्ति के विनोद चंद्रन की पीठ सुनवाई करने वाली है.
ऑपरेशन सिंदूर की 100वीं दिन समारोह
इस साल का स्वतंत्रता दिवस इस वजह से भी ख़ास होने वाला है क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर के 100 दिन पूरे हो गए हैं. लाल किले को इस ऑपरेशन के थीम के अनुसार सजाया जाएगा. समारोह के आमंत्रण पत्रों में लोगो के साथ चेनाब रेलवे ब्रिज की तस्वीर लगाई गई है. यह ब्रिज इंजीनियरिंग उपलब्धि और राष्ट्रीय गर्व का प्रतीक है.
प्रधानमंत्री जब ध्वजारोहण करेंगे तब एयर फोर्स हेलीकॉप्टर ऑपरेशन सिंदूर का प्रतीक लेकर उड़ेंगे. 21 तोपों की सलामी देशी 105 मिमी तोपों से दी जाएगी.
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