प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शताब्दी समारोह कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश की एकता के लिए हमेशा बाहरी ताकतों और घुसपैठ का खतरा रहा है, लेकिन आज सबसे बड़ा खतरा बदलती डेमोग्राफी और इससे उत्पन्न सामाजिक असमानताओं से है.
पीएम मोदी ने कहा कि एकता में विविधता भारत की आत्मा है, लेकिन जाति, भाषा, क्षेत्रवाद और चरमपंथी सोच द्वारा पैदा होने वाले विभाजन राष्ट्र की शक्ति को कमजोर कर सकते हैं. उन्होंने चेताते हुए कहा, "यदि यह सिद्धांत टूटता है, तो देश की शक्ति भी कमजोर होगी."
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज सामाजिक समानता पर सबसे बड़ा खतरा बदलती डेमोग्राफी से है, यह घुसपैठ से भी अधिक गंभीर है. उन्होंने इसे आंतरिक सुरक्षा और भविष्य की शांति से जोड़ते हुए कहा कि इसी कारण उन्होंने लाल किले से Demographic Mission की घोषणा की और राष्ट्र से सतर्क रहने और इस चुनौती का मुकाबला करने का आह्वान किया.
पीएम मोदी ने चेताया कि अन्य देशों पर आर्थिक निर्भरता हमारी एकता को तोड़ने की साजिश है. हमारी डेमोग्राफी बदलने की साजिश हो रही है. उन्होंने सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि इन चुनौतियों और संघर्षों का निपटारा तेजी से किया जा रहा है.
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने RSS के योगदान को समर्पित विशेष डाक टिकट और सिक्का भी जारी किया. उन्होंने बताया कि 100 रुपये के सिक्के में एक तरफ राष्ट्रीय प्रतीक और दूसरी तरफ भारत माता की तस्वीर है, जिसमें वह सिंह पर बैठी हैं और स्वयंसेवक उन्हें प्रणाम कर रहे हैं. साथ ही विशेष डाक टिकट में 1963 के गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेते RSS स्वयंसेवकों का चित्रित किया गया है.
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