पूर्वोत्तर की राजनीति में बड़ा बदलाव, चार क्षेत्रीय नेताओं ने किया 'वन नॉर्थ ईस्ट' का गठन

मेघालय, त्रिपुरा, असम और नागालैंड के चार प्रमुख क्षेत्रीय नेताओं ने दिल्ली में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 'वन नॉर्थ ईस्ट' नामक एकीकृत राजनीतिक मंच घोषणा कर दी है. इस गठबंधन में गठबंधन में नेशनल पीपुल्स पार्टी, तिप्रा मोथा, पीपुल्स पार्टी और बीजेपी के नेता शामिल हैं. इस मंच का उद्देश्य आदिवासी समुदायों की आवाज़ को राष्ट्रीय स्तर पर सशक्त बनाना है.

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वन नॉर्थ ईस्ट का गठन. (photo: ITG) वन नॉर्थ ईस्ट का गठन. (photo: ITG)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 05 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 2:03 AM IST

पूर्वोत्तर में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच चार प्रमुख क्षेत्रीय नेताओं ने मंगलवार को दिल्ली में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 'वन नॉर्थ ईस्ट' नामक एक एकीकृत राजनीतिक मंच लॉन्च कर दिया. इस मंच का उद्देश्य क्षेत्र की आदिवासी समुदायों की आवाज को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करना है.

इस गठबंधन में मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा (नेशनल पीपुल्स पार्टी), त्रिपुरा की तिप्रा मोथा के संस्थापक प्रद्योत बिक्रम मानिक्य देबबर्मा, असम की पीपुल्स पार्टी के डेनियल लांगथासा और नागालैंड के बीजेपी प्रवक्ता एमहोनलुमो किकोन शामिल हैं. इनमें से तिप्रा मोथा और नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) बीजेपी के नेतृत्व वाले नॉर्थ-ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (नेडा) का हिस्सा हैं, जिसकी कमान असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा संभालते हैं.

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एकजुट आवाज बनने का विजन

नेताओं के संयुक्त बयान में कहा गया है कि हम, उत्तर-पूर्व के विभिन्न राज्यों के नेता, आज एक सामूहिक और ऐतिहासिक घोषणा करने के लिए एक साथ आए हैं. हम अपने क्षेत्र की विभिन्न आवाजों को एकजुट कर एक ऐसी राजनीतिक इकाई बना रहे हैं जो वास्तव में हमारे लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करेगी

संयुक्त बयान में बताया गया कि नई राजनीतिक इकाई की संरचना, कार्यप्रणाली और भविष्य की दिशा तय करने के लिए एक समिति गठित की गई है.

मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि हम, हमारे क्षेत्र के युवा नेता एक साझा दृष्टिकोण के लिए एकजुट हुए है, ताकि हम अपनी आवाज़ों को बुलन्द कर सकें और एक ऐसा राजनीतिक मंच बना सकें जो वास्तव में हमारे लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता हो. अपने महान नेताओं की विरासत से प्रेरित होकर, हम उत्तर पूर्व के लिए एक मजबूत, सामूहिक आवाज़ बनाने की दिशा में पहला कदम उठा रहे हैं.

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आगे की रणनीति के लिए कमेटी

उन्होंने ये भी कहा कि आगे का रास्ता तय करने के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा. हम सब मिलकर एक मजबूत और अधिक एकजुट उत्तर पूर्व के लिए खड़े हैं!

वहीं, वन नॉर्थ ईस्ट फोरम का गठन ऐसे वक्त में हुआ है जब बीजेपी का एनडीए गठबंधन, जिसमें एनपीपी और टिपरा मोथा सहयोगी हैं जो असम, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा जैसे राज्यों में और नागालैंड में एक जूनियर गठबंधन सहयोगी के रूप में सत्ता में है. इस साल फरवरी में मणिपुर में केंद्र सरकार लागू होने से पहले,यह वहां भी सत्तारूढ़ पार्टी थी.

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