भाजपा के नवनियुक्त राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन ने सोमवार को दिल्ली रवाना होने से पहले पटना के महावीर मंदिर पहुंचे. उन्होंने यहां दर्शन-पूजन किया, इसके बाद नबीन सिन्हा मेमोरियल पार्क में अपने पिता की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. नितिन नबीन ने आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि वह बीजेपी के एक मामूली कार्यकर्ता हैं और पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. उन्होंने युवा कार्यकर्ताओं को मंत्र दिया कि वे बीजेपी के लिए काम करते रहें, संगठन के लिए काम करते रहें. पार्टी सब पर नजर रखती है.
नितिन नबीन ने कहा, 'पिता जी का आशीर्वाद है. पार्टी ने मुझ पर विश्वास किया. कार्यकर्ताओं ने काम सिखाया और नेताओं ने मार्गदर्शन किया. यही कारण है कि 20 वर्षों के बाद पार्टी ने मुझे इस मुकाम तक पहुंचाया है. बीजेपी के युवा कार्यकर्ताओं से मैं कहना चाहूंगा कि काम पर विश्वास करना चाहिए, शॉर्ट कट में नहीं. राजनीति धैर्य का काम है. धैर्य के साथ निरंतर काम करते रहिए, सफलता मिलती है.' नितिन नबीन ने बीजेपी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा को धन्यवाद दिया.
नितिन नबीन सिन्हा का जन्म 23 मई 1980 को झारखंड के रांची में हुआ था. वह भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व विधायक नबीन किशोर प्रसाद सिन्हा के पुत्र हैं. उन्होंने आरएसएस की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की और 2006 में अपने पिता के निधन के बाद, सक्रिय चुनावी राजनीति में प्रवेश किया. नबीन 2006 में पटना पश्चिम से उपचुनाव जीतकर पहली बार बिहार विधानसभा के सदस्य बने. निर्वाचन क्षेत्र के परिसीमन के बाद, उन्होंने बांकीपुर सीट का प्रतिनिधित्व करना शुरू किया और 2010, 2015, 2020 और 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों में लगातार यहां से विधायक निर्वाचित हुए.
नबीन बिहार सरकार में कई विभागों के मंत्री रह चुके हैं. उन्होंने फरवरी 2021 से अगस्त 2022 तक सड़क निर्माण मंत्री के रूप में कार्य किया और फरवरी 2025 में उन्हें इसी पद पर पुनः नियुक्त किया गया. मार्च 2024 से फरवरी 2025 के बीच उन्होंने शहरी विकास एवं आवास मंत्री और विधि एवं न्याय मंत्री के रूप में कार्य किया. नबीन भाजपा के भीतर कई संगठनात्मक पदों पर रह चुके हैं. उन्होंने भाजपा युवा मोर्चा का राष्ट्रीय महासचिव रहते हुए जम्मू और कश्मीर में राष्ट्रीय एकता यात्रा का नेतृत्व किया. 1965 के युद्ध के शहीदों की याद में गुवाहाटी से तवांग तक श्रद्धांजलि पदयात्रा निकाली और युवाओं के बीच बीजेपी की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए चलाए गए कई अभियानों में भाग लिया. उन्होंने सिक्किम में भाजपा प्रभारी और छत्तीसगढ़ में सह-प्रभारी के रूप में भी कार्य किया और इन राज्यों में संगठनात्मक गतिविधियों और चुनावी अभियानों में अहम योगदान दिया.
शशि भूषण कुमार