निर्मला सीतारमण, अन्नपूर्णा देवी और रक्षा खड़से... मोदी कैबिनेट में इन 7 महिलाओं को मिली जगह

मोदी कैबिनेट में इस बार 7 महिला मंत्रियों को जगह मिली है. इसमें निर्मला सीतरमण, अन्नपूर्णा देवी, अनुप्रिया पटेल, शोभा करंदलाजे, रक्षा खड़से, सावित्री ठाकुर और नीमूबेन बमभानिया शामिल हैं.

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मोदी कैबिनेट में 7 महिला मंत्रियों को जगह मिली है मोदी कैबिनेट में 7 महिला मंत्रियों को जगह मिली है

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 10 जून 2024,
  • अपडेटेड 7:52 AM IST

मोदी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 9 जून को राष्ट्रपति भवन में हुआ. इस दौरान नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. मोदी कैबिनेट में इस बार 7 महिला मंत्रियों को जगह मिली है. इसमें निर्मला सीतरमण, अन्नपूर्णा देवी, अनुप्रिया पटेल, शोभा करंदलाजे, रक्षा खड़से, सावित्री ठाकुर और नीमूबेन बमभानिया शामिल हैं. 64 वर्षीय निर्मला सीतारमण राज्यसभा से संसद हैं. जबकि अन्नपूर्णा देवी (उम्र 55 साल) झारखंड की कोडरमा सीट से चुनाव जीती हैं. वहीं, रक्षा खड़से मोदी कैबिनेट की सबसे युवा महिला मंत्री हैं, 37 वर्षीय रक्षा खड़से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता एकनाथ खड़से की बहू हैं, वह रोवर सीट से चुनाव जीती हैं. मोदी कैबिनेट में शामिल होने वाली इन 7 महिला मंत्रियों के राजनीतिक सफर पर डालते हैं एक नजर...

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1- निर्मला सीतारमण

निर्मला सीतारमण ने 31 मई 2019 को कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री और भारत के 28वें वित्त मंत्री के रूप में शपथ ली थी. उन्होंने भारत की दूसरी महिला रक्षा मंत्री के रूप में भी काम किया है. सीतारमण 2006 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुईं और 2010 में उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में नियुक्त किया गया. वर्ष 2014 में सीतारमण को नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में आंध्र प्रदेश से एक जूनियर मंत्री के रूप में शामिल किया गया और आंध्र प्रदेश से राज्यसभा सदस्य के रूप में चुना गया था. निर्मला सीतारमण का जन्म 18 अगस्त, 1959 को तमिलनाडु के मदुरई में हुआ था. 
 
2- अन्नपूर्णा देवी

मोदी कैबिनेट में झारखंड से जगह बनाने वाली अन्नपूर्णा देवी दूसरी बार सांसद बनी हैं. इससे पहले वह 2019 में कोडरमा से बीजेपी प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ी थीं. इससे पहले बीजेपी ने उन्हें शिक्षा राज्य मंत्री बनाया था. इस बार भी उन पर विश्वास जताते हुए दूसरी बार मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है. अन्नपूर्णा देवी का पूरा नाम अन्नपूर्णा देवी यादव है. वह झारखंड के कोडरमा से लोकसभा सदस्य हैं. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में 2019 का आम चुनाव जीता था. वह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्षों में से एक हैं. इससे पहले वह राष्ट्रीय जनता दल में थीं. पति की मृत्यु के बाद राजनीति में किया प्रवेश बीजेपी में आने से पहले अन्नपूर्णा देवी आरजेडी में थीं.

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3- अनुप्रिया पटेल

अनुप्रिया पटेल उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक युवा महिला चेहरा हैं. वे अपने पिता सोनेलाल की पार्टी अपना दल (एस) का प्रतिनिधित्व करती हैं. अपना दल पार्टी दो धड़ों में बंटी है, अपना दल (एस) जो अनुप्रिया पटेल के नाम से जानी जाती है और अपना दल (कृष्णा पटेल गुट) जिसका प्रतिनिधित्व उनकी मां करती हैं. अनुप्रिया पटेल का जन्म 29 अप्रैल 1981 को उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ था. 

4- शोभा करंदलाजे

तीसरी बार लोकसभा सांसद बनीं शोभा करंदलाजे को एक बार फिर मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. मोदी सरकार 2.0 में शोभा कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री थीं. 57 साल की शोभा ने सोशल वर्क से ग्रेजुएशन और समाज शास्त्र में MA किया है. शोभा करंदलाजे को कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री येदुरप्पा के करीबी लोगों में गिना जाता है. बीजेपी से उनका नाता करीब 25 साल पुराना है. 

5- रक्षा खडसे

मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हुईं रक्षा खडसे ने कंप्यूटर साइंस से बीएससी तक की पढ़ाई की है. 37 वर्षीय रक्षा खडसे महाराष्ट्र बीजेपी के कद्दावर नेता एकनाथ खडसे की बहू हैं. खडसे 26 साल की उम्र में पहली बार सांसद बनीं थीं. रक्षा के पति निखिल खड़से ने खुदको गोली मार कर आत्महत्या कर ली थी.

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6- सावित्री ठाकुर

धार लोकसभा सीट से जीत हासिल करने वाली आदिवासी नेत्री अब सदन और केंद्रीय मंत्रिमंडल में मध्य प्रदेश के मालवा और निमाड़ क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करेंगी. 46 साल की सावित्री ठाकुर मध्य प्रदेश में बीजेपी का आदिवासी चेहरा हैं.उन्होंने पंचायत चुनाव से लेकर पार्लियामेंट तक का सफर तय किया है. 2004 से 2009 तक जिला पंचायत रह चुकी हैं. 2014 में पहली बार सांसद बनीं और अब 2024 में एक बार फिर से बीजेपी सांसद बनी हैं.

7- निमुबेन बमभानिया 

निमुबेन गुजरात के भावनगर से सांसद हैं. वह राजनेता होने के साथ ही एक्टिविस्ट भी हैं. लोकसभा चुनाव लड़ने से पहले वह मेयर थी. भावनगर से तत्कालीन सांसद भारतीबेन शायल का टिकट काटकर उन्हें प्रत्याशी बनाया गया था. उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी को साढ़े चार लाख वोटों से हराया. वह तेलपड़ा कोली समाज से आती हैं. निमुबेन का जन्म 1966 में हुआ था. उनके पति का नाम जयंती भाई बमभानिया है. उन्होंने विज्ञान विषय में स्नातक किया है. साथ ही बीएड भी कर रखा है. 

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