असमः फर्जी कोरोना रिपोर्ट दिखा धूल झोंकने का प्रयास, लग गया इतने हजार का जुर्माना

अधिकारियों ने अपने आदेश में कहा कि इस तरह का गैर-जिम्मेदाराना रवैया पुलिस और चिकित्सकों की मेहनत पर पानी फेरता है. जिले के कर्मचारी जो दिन-रात सातों दिन मेहनत कर रहे हैं उनके प्रयासों को यह प्रभावित करता है.

Advertisement
फर्जी कोरोना रिपोर्ट दिखा धूल झोंकने का प्रयास, लगा जुर्माना फर्जी कोरोना रिपोर्ट दिखा धूल झोंकने का प्रयास, लगा जुर्माना

हेमंत कुमार नाथ

  • गुवाहाटी ,
  • 30 मई 2021,
  • अपडेटेड 12:38 AM IST
  • आरोपियों पर 2000 रुपये का लगा दिया गया जुर्माना
  • मणिपुर के सेनापति जिले वापस जाने वाले थे ये युवक

कोरोना काल में फर्जी कोविड-19 रिपोर्ट लेकर यात्रा करने का मामला सामने आया है. मणिपुर के सेनापति जिले के तीन लोग नकली कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट के जरिए वापस आ रहे थे. यात्रा कर रहे तीनों पुरुषों पर जुर्माना लगाया गया.

'सेनापति जिला' के मजिस्ट्रेट महेश चौधरी ने एक आधिकारिक आदेश जारी किया. आदेश में बताया गया कि ये लोग सेनापति जिले के रहने वाले हैं और इनकी पहचान 33 वर्षीय डेविड डी, 34 वर्षीय हरिवेई और 29 वर्षीय एच दलिनी चाओ के रूप में हुई है. ये लोग कोविड-19 के निगेटिव रिपोर्ट के जरिए सेनापति से दीमापुर की यात्रा करके 27 और 28 मई की तारीख को वापस आ रहे थे.

Advertisement

नकली रिपोर्ट दिखाना पड़ा भारी

सर्विलांस टीम जब 'माओ गेट' पर जांच और वेरिफिकेशन कर रही थी, तो पता चला कि डेविड डी, हरिवेई और एच दलिनी चाओ ने फर्जी कोविड-19 रिपोर्ट के साथ यात्रा कर रहे हैं. जिस चिकित्सक के द्वारा यह रिपोर्ट तैयार की गई थी जब उसके बारे में जांच की गई तो पता चला कि इस नाम का कोई व्यक्ति है ही नहीं.

अधिकारियों ने आदेश में कहा कि "इस तरह का गैर-जिम्मेदाराना रवैया पुलिस और चिकित्सकों के मेहनत पर पानी फेरता है. जिले के कर्मचारी जो दिन-रात, सप्ताह के सातों दिन मेहनत कर रहे हैं उनके प्रयासों को यह प्रभावित करता है.” इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्यकारी मजिस्ट्रेट ने तीनों आरोपी डेविड डी, हरिवेई और एच दलिनी चाओ पर 2000-2000 रुपये का जुर्माना लगा दिया.

Advertisement

क्लिक करें- दिल्ली में 7 जून तक लॉकडाउन, इंडस्ट्रियल एरिया को 2 तरह से मिली रियायत 

प्रशासन की आंख में धूल झोंकने का प्रयास

आपको बतां दें कि इससे पहले भी मणिपुर में नकली कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट के मामले पकड़े जा चुके हैं. पिछले महीने ही थौबल जिले की एक 21 वर्षीय महिला पर फर्जी रिपोर्ट के साथ यात्रा करने के लिए जुर्माना लगाया गया था. ऐसे में अब इन लोगों पर कार्रवाई तो हो रही है लेकिन अभी भी कानून का वो डर देखने को नहीं मिल रहा है.

लोगों में कोरोना का वो खौफ गायब नजर आ रहा है जिस वजह से सभी बेधड़क नकली रिपोर्ट बना इधर-उधर घूम रहे हैं. वैसे देश के दूसरे राज्यों से भी ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं. कई बार प्रशासन की आंख में धूल झोंकने का प्रयास हो रहा है. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement