एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी रिलीज के लिए तैयार है. यह फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के इमरजेंसी के दौर पर आधारित है. इस बीच कंगना ने इंदिरा गांधी को लेकर अपनी राय रखी. उन्होंने इंदिरा और नरेंद्र मोदी की तुलना की तुलना से जुड़े सवाल का भी बेबाकी से जवाब दिया.
कंगना रनौत ने आजतक को दिए इंटरव्यू में कहा कि अगर आप किसी की तारीफ करते हैं, किसी को सम्मान देते हैं. इसका मतलब ये नहीं है कि आप किसी का अपमान करते हैं. वह वक्त अलग था, वह दौर अलग था. 70 के दशक में गैस का कनेक्शन लगने में छह महीने लगते थे. हमारी फिल्मों में दिखाया जाता है कि उस समय इंसान फ्रस्ट्रेशन से भरा हुआ था, तभी 70 के मध्य में विद्रोह हुआ. आज हम अलग दुनिया में हैं. आज भारत तीसरी अर्थव्यवस्था बने हुए हैं. इंदिरा गांधी को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बाहर खड़ा रखते थे. किस तरह से बात करते थे. आज देखिए, हमारे प्रधानमंत्री को किस तरह का सम्मान मिलता है. ठीक है, वो वक्त अलग था, दौर अलग था. लेकिन मेरा मानना है कि अगर देश किसी परिवार के हाथ में ना जाकर जनता के हाथ में होता तो शायद ये दौर उतना देरी से नहीं आता.
रनौत ने कहा कि इंदिरा गांधी तीन बार इस देश की प्रधानमंत्री रह चुकी हैं. कुछ लोग सोचते हैं कि इंदिरा गांधी सिर्फ राहुल गांधी की दादी थी. लेकिन मुझे ऐसा नहीं लगता. इंदिरा गांधी को राहुल गांधी की सिर्फ दादी कहना उनके कद को बहुत सीमित कर देता है. वह पूरे देश की प्रधानमंत्री थी. वह हमारा इतिहास थीं. हमारे इतिहास का हिस्सा थीं. उन पर हमारा भी उतना ही हक है.
कंगना रनौत ने कहा कि इंदिरा के बजाए नेहरू को अमेरिका में अच्छा स्वागत मिलता था. हम किसी को जज नहीं कर रहे हैं. हमें जो रिसर्च से पता चला है, हम वही बात कर रहे हैं. राष्ट्रपति निक्सन ने इंदिरा से मिलने के बाद उनके बारे में जो बातें कहीं. वह जानकर आपका दिल दुखेगा. आपको बहुत बुरा लगेगा. मैंने कहां ना वो उनकी दादी नहीं है. पता नहीं वह क्यों जिम्मेदारी लेकर बैठे हैं कि वह हमारी दादी हैं. उनको राजा बेटा के इस किरदार से निकलना पड़ेगा. वह हमारी प्रधानमंत्री थीं. आपको बुरा लगेगा कि राष्ट्रपति निक्सन ने हमारी प्रधानमंत्री को लेकर ऐसा कहा था.
इंदिरा से राहुल की तुलना करने पर क्या बोलीं कंगना?
कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी छह सितंबर को रिलीज होने जा रही है. यह फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के इमरजेंसी काल पर आधारित है. इस दौरान जब उनसे राहुल की तुलना इंदिरा गांधी से करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह एक मजाक है. प्लीज देश के साथ इस तरह के मजाक मत कीजिए.
कंगना रनौत ने कहा कि राहुल गांधी के पास कोई विजन नहीं है. उनका खुद का कोई रास्ता नहीं है. वह टोटल Mess हैं. वह अपने व्यवहार में भी इसी तरह के हैं और उनके भाषणों में भी इसी तरह की गड़बड़ी देखने को मिलती है. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तुलना में राहुल का रास्ता बिल्कुल अलग है. ऐसा लगता है कि उनके पास किसी तरह के ठोस विचार नहीं हैं, जिस तरह के किसी नेता के होने चाहिए. वह सिर्फ कुर्सी के पीछे हैं और हर बार अपना रास्ता बदल लेते हैं.
अंजना ओम कश्यप