कटक में हिंसा और आगजनी के बाद इंटरनेट बंद, 13 थाना क्षेत्रों में धारा 163 लागू, VHP ने आज बुलाया है बंद

ओडिशा के कटक में दुर्गा मूर्ति विसर्जन जुलूस पर हुए पथराव के बाद शहर में भड़के सांप्रदायिक तनाव को ध्यान में रखकर स्थानीय प्रशासन द्वारा 13 पुलिस थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू किया गया है. इसके अलावा 36 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित रहेंगी.

Advertisement
ओडिशा के कटक में सांप्रदायिक तनाव को ध्यान में रखकर 13 थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू. (Photo: PTI) ओडिशा के कटक में सांप्रदायिक तनाव को ध्यान में रखकर 13 थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू. (Photo: PTI)

aajtak.in

  • कटक,
  • 06 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 3:30 AM IST

ओडिशा के कटक में रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प के बाद सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया. राज्य सरकार ने रविवार रात कटक के 13 पुलिस थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा (बीएनएसएस की धारा 163) लागू कर दी और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दीं. कटक के पुलिस कमिश्नर एस देव दत्ता सिंह ने कहा कि ये आदेश अगले 36 घंटे तक प्रभावी रहेंगे. 

Advertisement

उन्होंने मीडियाकर्मियों को बताया कि दरगाह बाजार, मंगलाबाग, छावनी, पुरीघाट, लालबाग, बिदानासी, मरकट नगर, सीडीए फेज-2, मालगोदाम, बादामबाड़ी, जगतपुर, बयालिस मौजा और सदर थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू रहेगी. इस बीच विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने जिला प्रशासन पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह विफल रहने का आरोप लगाया है और आज 12 घंटे के कटक बंद की घोषणा की है.

प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हुईं झड़पें

कटक के दरगाहबाजार इलाके में हाथी पोखरी के पास शनिवार और रविवार की दरमियानी रात करीब 1:30 से 2 बजे के बीच हिंसा भड़क उठी, जब एक दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस कथाजोड़ी नदी के किनारे देबिगारा की ओर बढ़ रहा था. पुलिस के अनुसार, तनाव तब शुरू हुआ जब कुछ स्थानीय लोगों ने जुलूस के दौरान तेज आवाज में बज रहे म्यूजिक पर आपत्ति जताई. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दो समुदायों के बीच वाद-विवाद जल्द ही टकराव में बदल गया, जब भीड़ ने जुलूस पर छतों से पत्थर और कांच की बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं. 

Advertisement

इस पथराव में जुलूस में शामिल कई लोग और कटक के डीसीपी ऋषिकेश ज्ञानदेव सहित अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए. उपद्रवियों ने कई वाहनों और सड़क किनारे लगे स्टॉल में तोड़फोड़ की. प्रतिमा विसर्जन लगभग तीन घंटे तक रोकना पड़ा, फिर प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार सुबह 9.30 बजे सभी मूर्तियों का विसर्जन शुरू कराया. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया. 

यह भी पढ़ें: ओडिशा के कटक में बवाल के बाद हालात तनावपूर्ण... दो गुटों में झड़प के बाद इंटरनेट सस्पेंड, VHP ने बंद का किया ऐलान

बाइक रैली में झड़प के बाद तनाव और बढ़ा

पुलिस ने बताया कि तनाव तब और बढ़ गया जब एक समूह ने शहर में बाइक रैली आयोजित करने की अनुमति मांगी, लेकिन पुलिस ने कानून-व्यवस्था का हवाला देकर इस अनुरोध को अस्वीकार कर दिया. कटक के पुलिस कमिश्नर डॉ. सुरेश देवदत्त सिंह ने कहा, 'कटक में एक संगठन ने बाइक रैली निकालने की परमिशन मांगी थी, लेकिन सांप्रदायिक तनाव बढ़ने की आशंका के कारण अनुमति नहीं दी गई. जब पुलिस ने आदेश लागू किया, तो झड़पें शुरू हो गईं और पथराव में 8 पुलिसकर्मी घायल हो गए. बाद में बल प्रयोग करके भीड़ को तितर-बितर किया गया.'

Advertisement

कमिश्नर सुरेश देवदत्त सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि ऐसी अफवाहें फैलाई जा रही हैं कि विसर्जन से जुड़ी हिंसा में घायल हुए 4 लोगों में से एक की मौत हो गई है. उन्होंने आगे कहा, 'ये अफवाहें हैं, चारों को मामूली चोटें आई थीं. तीन को अस्पताल ने प्राथमिक उपचार के बाद तुरंत छुट्टी दे दी, एक का इलाज अब भी जारी है. जो लोग गलत सूचना फैला रहे हैं, उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा.' उन्होंने कहा कि शांति बनाए रखने और तनाव को बढ़ने से रोकने के लिए कटक के कुछ क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है. 

विरोध प्रदर्शन और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप

अलग-अलग दुर्गा पूजा समितियों के सदस्यों ने प्रतिमा विसर्जन जुलूस पर पथराव में शामिल लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर रविवार को प्रदर्शन किया. विहिप ने इस अशांति के लिए जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए डीसीपी और जिला कलेक्टर, दोनों के तबादले की मांग की. विहिप के एक प्रवक्ता ने 6 अक्टूबर को कटक शहर में सुबह से शाम तक बंद की घोषणा करते हुए कहा, 'बार-बार अनुरोध के बावजूद अधिकारी शांतिपूर्ण विसर्जन सुनिश्चित करने में विफल रहे.'

बीजू जनता दल (BJD) ने हिंसा की निंदा की और असामाजिक तत्वों को सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने का दोषी ठहराया. ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया और अधिकारियों को घायलों को मुफ्त चिकित्सा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.

Advertisement

यह भी पढ़ें: ओडिशा में ठग रैकेट का भंडाफोड़... नकली संगठन के नाम पर लोगों से ठगी, फर्जी PSO संग घूमकर भौकाल बनाता था शातिर

बीजद सांसद सुलता देव ने कहा, 'कटक भाईचारे का शहर है जहां हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई हमेशा से सद्भाव से रहते आए हैं. जो हुआ वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. यह सरकार न तो कानून-व्यवस्था संभाल सकती है और न ही महिलाओं की सुरक्षा कर सकती है. जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई है, ओडिश में अपराध दर में वृद्धि हुई है.'

सीएम मोहन चरण मांझी ने की शांति की अपील 

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने हिंसा पर गहरा दुख व्यक्त किया और शांति की अपील की. उन्होंने कहा, 'कटक शहर भाईचारे की एक अनूठी मिसाल है. हालांकि, पिछले कुछ दिनों से कुछ उपद्रवियों के कारण शहर में शांति भंग हो रही है और आम लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है. सरकार ऐसे तत्वों पर नजर रख रही है और उनके खिलाफ कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मैंने पुलिस अधिकारियों को संवेदनशील क्षेत्रों की निरंतर निगरानी करने का निर्देश दिया है.'

आगजनी की घटनाएं और पुलिस बल की तैनाती

कटक फायर सर्विस डिपार्टमेंट के असिस्टेंट फायर ऑफिसर संजीव कुमार बेहरा ने पुष्टि की कि दंगाइयों ने गौरीशंकर पार्क के पास कई जगहों पर आगजनी की. उन्होंने कहा, 'हमें सूचना मिली थी कि दंगाइयों ने 8-10 जगहों पर आग लगा दी है. हमने आग बुझा दी, लेकिन वे हम पर पत्थर फेंक रहे थे. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इलाके में भारी पुलिस बल की तैनात की गई है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कड़ी नजर रख रहे हैं ताकि स्थिति और न बिगड़े.'

Advertisement

इंटरनेट बंद और 13 थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू

ओडिशा गृह विभाग ने 5 अक्टूबर की शाम 7 बजे से 6 अक्टूबर की शाम 7 बजे तक कटक शहर में व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स और अन्य प्लेटफार्मों सहित सभी इंटरनेट और डेटा सेवाओं को निलंबित कर दिया. अतिरिक्त मुख्य सचिव सत्यब्रत साहू की ओर से जारी आदेश में कहा गया कि यह निर्णय भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम, 1885 की धारा 5(2) और दूरसंचार सेवाओं के अस्थायी निलंबन (सार्वजनिक आपातकाल/सार्वजनिक सुरक्षा) नियम, 2017 के नियम 2(1) के तहत लिया गया है.

आदेश में कहा गया है, 'राज्य सरकार के संज्ञान में आया है कि असामाजिक तत्व इंटरनेट प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग करके झूठे और भड़काऊ संदेश प्रसारित कर सकते हैं, जिससे सार्वजनिक शांति को खतरा हो सकता है. यह निलंबन कटक नगर निगम (सीएमसी) क्षेत्र, कटक विकास प्राधिकरण (सीडीए) क्षेत्र और 42 मौजा क्षेत्र में लागू किया गया है, जिसका उद्देश्य अफवाहों को फैलने से रोकना और शांति बहाल करना है. अधिकारियों ने नई हिंसा को रोकने के लिए 13 पुलिस थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा भी लागू कर दी है, जिससे पुलिस को उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का अधिकार मिल गया है.'

यह भी पढ़ें: धमकी, दबाव, फिर यौन उत्पीड़न... ओडिशा से दिल्ली के संस्थान तक स्वामी चैतन्यानंद ने ऐसे फैला रखा था आतंक

Advertisement

कटक पुलिस ने हिंसा और आगजनी के मामले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस उपद्रवियों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी और ड्रोन फुटेज खंगाल रही है और प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों की जांच कर रही है. पुलिस का कहना है कि हिंसा और आगजनी में शामिल उपद्रवियों की जल्द ही पहचान कर ली जाएगी. कटक प्रशासन ने विश्व हिन्दू परिषद द्वारा आज बुलाए गए बंद के मद्देनजर शहरवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement