इंडियन टेलीविजन एकेडमी (आईटीए) अवार्ड्स के 20वें संस्करण में इंडिया टुडे ग्रुप एक बार फिर विजेता बनकर उभरा है. आजतक को पॉपुलर न्यूज चैनल-हिन्दी और इंडिया टुडे टीवी को पॉपुलर न्यूज चैनल–इंग्लिश का अवार्ड मिला है. चेयरमैन व एडिटर-इन-चीफ अरुण पुरी को हॉल ऑफ फेम अवार्ड से सम्मानित किया गया. इस प्रकार टेलीविजन समाचार की पत्रकारिता में ग्रुप की अग्रणी स्थिति निर्विवाद रही है.
आजतक भारत का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला और भरोसेमंद हिन्दी न्यूज चैनल है, जिसे आईटीए अवार्ड्स के पिछले 20 संस्करणों में 19 बार पॉपुलर हिन्दी न्यूज चैनल अवार्ड मिला है. आजतक और जमीनी स्तर पर रिपोर्टिंग करने वाले उसके बहादुर पत्रकारों ने अपने दर्शकों को सबसे आगे रखकर हर बड़ी घटना की जानकारी दी है. सच और भरोसेमंद पत्रकारिता की लगन के कारण इस चैनल ने पिछले दो दशकों में कई सम्मान जीते हैं.
इंडिया टुडे टीवी देश का अग्रणी अंग्रेजी न्यूज चैनल है, जिसे आईटीए अवार्ड्स में यह सम्मान चौथी बार मिला है. इस सफलता का श्रेय पत्रकारिता के गोल्ड स्टैंडर्ड के साथ सीधे घटना की जगह से स्टोरी देने के प्रयास में जमीनी स्तर पर की जाने वाली बेहतरीन कवरेज को जाता है.
इंडिया टुडे ग्रुप के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ अरुण पुरी को ‘हॉल ऑफ फेम’ अवार्ड मिलना अवार्ड सेरेमनी में ग्रुप की शीर्ष उपलब्धि रही. पुरी के नेतृत्व में इंडिया टुडे ग्रुप ने चार दशक से ज्यादा समय पहले हुई अपनी शुरुआत से ही भरोसे, विश्वसनीयता, नेतृत्व और सराहना की उत्कृष्ट विरासत का निर्माण किया है. वर्ष 1975 में इंडिया टुडे मैगज़ीन के लॉन्च से शुरू हुए एक सफर ने आज एक मल्टी ब्रांड, मल्टी-प्लेटफार्म मीडिया ग्रुप का रूप ले लिया है, जो विभिन्न कैटेगरीज में निर्विवाद नेतृत्व करता है और 500 मिलियन से ज्यादा दर्शकों, पाठकों, श्रोताओं, विज़िटर्स और सब्सक्राइबर्स तक पहुंचता है.
अरुण पुरी एक सच्चे प्रणेता हैं, जिन्होंने भारत में पत्रकारिता के चेहरे को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और उन्हें वर्ष 2001 में भारत के राष्ट्रपति ने भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक पद्म भूषण से नवाजा था.
इस उपलब्धि पर अपनी बात रखते हुए, इंडिया टुडे ग्रुप के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ अरुण पुरी ने कहा, ‘‘हॉल ऑफ फेम सम्मान देने के लिये मैं आईटीए को धन्यवाद देता हूं. सच कहूं, तो मैंने कभी शोहरत की तमन्ना नहीं की थी. मैंने हमेशा पर्दे के पीछे रहना पसंद किया है. मैंने बतौर पत्रकार अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता से काम किया है. अच्छी बात यह है कि मुझे समाचार और पत्रकारिता पसंद है. मैं अमिताभ बच्चन या सचिन तेंदुलकर या रोजर फेडरर नहीं हूं- यह ऐसे लोग हैं, जो निजी तौर पर बहुत टैलेंटेड हैं. अपने काम के मामले में मैंने हमेशा यह माना है कि संस्थान व्यक्ति से बड़ा होता है. इसलिए यह सम्मान आप सभी के लिए है, वो टैलेंटेड लोग, जिनके साथ मैंने काम किया है. मेरी हर उपलब्धि का कारण वही हैं. वे सभी किसी भी तरह के डर या पक्षपात के बिना पत्रकारिता के लिये प्रतिबद्ध थे और लगातार सच की खोज में रहते हैं. मैं मानता हूं कि अच्छी तरह की गई पत्रकारिता एक महान पेशा है, जो हमारे समाज में बदलाव लाता है और अच्छाई की ताकत बनता है.’’
इंडिया टुडे ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन कली पुरी ने कहा, “ऐसे वक्त में जब इको चैम्बर्स के दायरे बढ़ रहे हैं, एक ऐसे सहभाजित प्लेटफॉर्म की जरूरत अपरिहार्य हो गई है जहां दोनों पक्षों की बात सुनी जा सके. एक ऐसी जगह, जहां लोग बिना किसी रुकावट के अपनी असहमति व्यक्त कर सकें, आज की मांग है. इंडिया टुडे और आजतक सुनने की वह जगहें हैं जो दो पक्षों का सार्थक संवाद जारी रखने के लिए बीच की जमीन तैयार करते हैं. ऐसे समाज का क्या मतलब जिसमें जीवंत बातचीत की कोई जगह न हो? सर्वाधिक लोकप्रिय हिंदी और अंग्रेजी समाचार चैनलों के लिए एक करोड़ से अधिक वोट द्वारा निर्णित आईटीए अवार्ड्स एक वास्तविक सम्मान है.”
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