राज्यसभा से निलबंन के खिलाफ AAP सांसद राघव चड्ढा की सुप्रीम कोर्ट में याचिका पर सुनवाई 1 दिसंबर को होगी. दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद चड्ढा ने उपराष्ट्रपति और राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ से अपने बरताव पर बिना शर्त माफी भी मांग ली है.
शुक्रवार को सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट को बताया कि कोर्ट के निर्देश के मुताबिक राघव चड्डा की राज्यसभा सभापति से मुलाकात हुई है. इस दिशा में कुछ प्रगति हुई है. हो सकता है कि राघव चड्डा को अभी संसद की प्रिविलेज कमेटी के सामने पेश होना पड़े. बेहतर होगा कि कोर्ट सुनवाई शुक्रवार तक के लिए टाल दे. इसके बाद कोर्ट ने सुनवाई 1 दिसंबर के लिए टाल दी.
दरअसल, पिछली सुनवाई में कोर्ट ने राघव चड्डा से कहा था कि वो राज्यसभा सभापति से मिलकर उनसे बिना शर्त माफी मांगे. कोर्ट ने उम्मीद जताई थी कि राज्यसभा के लिए पहली बार निर्वाचित चड्ढा की गलती और क्षमायाचना पर राज्य सभा के सभापति और देश के उपराष्ट्रपति राघव चड्डा का निलंबन खत्म करने पर सहानुभूति पूर्ण तरीके से विचार करेंगे. इससे राघव का निलबंन खत्म होने का रास्ता निकल सकता है.
बता दें कि राघव चड्ढा को राज्यसभा में दिल्ली में केंद्रीय कैडर के अधिकारियों की तैनाती और तबादलों के मुद्दे पर बनाए कानून पर कुछ सदस्यों का समर्थन पत्र देने के बाद 11 अगस्त को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था. क्योंकि पत्र में जिन सदस्यों के नाम लिखे गए थे उनमें से कुछ ने बिना सहमति के उनका नाम लिखने पर आपत्ति जताई थी. चड्ढा पर फर्जीवाड़ा कर सांसदों के विशेषाधिकार हनन करने का आरोप लगा.
संजय शर्मा