ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाक तनाव पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पार्लियामेंट्री कमेटी को दी जानकारी

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने संसद की स्थायी समिति को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य ठहराव पर विस्तृत जानकारी दी. कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सीमा पार तनाव, इस्लामाबाद के साथ राजनीतिक स्थिति, सीमा सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता पर चर्चा हुई.

Advertisement
विदेश सचिव विक्रम मिस्री संसदीय समिति को भारत-पाक तनाव पर जानकारी दिया (फोटो क्रेडिट - रॉयटर्स) विदेश सचिव विक्रम मिस्री संसदीय समिति को भारत-पाक तनाव पर जानकारी दिया (फोटो क्रेडिट - रॉयटर्स)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 19 मई 2025,
  • अपडेटेड 5:16 PM IST

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सोमवार को विदेश मामलों की संसद की स्थायी समिति (पार्लियामेंट्री कमेटी) को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाकिस्तान सैन्य ठकराव पर विस्तार से जानकारी साझा की. 

बैठक में कौन-कौन रहा मौजूद?

यह बैठक विदेश मामलों की संसद की स्थायी समिति की थी, जिसकी अध्यक्षता कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने की. इस बैठक में कई दलों के नेता शामिल हुए.

Advertisement
  • तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी
  • कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा और राजीव शुक्ला
  • एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी
  • बीजेपी नेता अरुण गोविल और अपराजिता सारंगी

ब्रीफिंग में क्या बताया गया?

विदेश सचिव की ओर से पहलगाम हमले के बाद सीमा पार बढ़े तनाव के बाद विभिन्न दलों को बैठक में इस्लामाबाद के साथ वर्तमान में राजनीयिक स्थिति, सीमा पार सुरक्षा चुनौतियां और क्षेत्रीय स्थिरता जैसे मामलों पर ब्रीफिंग दी गई.

बैठक का उद्देश्य क्या था?

इस ब्रीफिंग का उद्देश्य यह था कि सांसदों को भारत की विदेश नीति में हाल के घटनाक्रम खासकर भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों के बारे में ताजा जानकारियां साझा करनी थी.

भारत आतंकवाद के खिलाफ कड़ा प्रहार करने का ऐलान कर चुका है. लेकिन, कूटनीतिक स्थिरता बनाए रखने के पक्ष में है. 

यह भी पढ़ें: भारतीय सेना अध्यक्ष ने किया राजस्थान में लौंगेवाला का दौरा, पाकिस्तान से तनाव के बाद हालात का लिया जायजा

Advertisement

भारत पूरी दुनिया को यह संदेश देना चाहता है कि वह आतंकवाद के खिलाफ नरमी नहीं बरतेगा और सख्त रूख अपनाएगा.

33 देशों में जाएंगे डेलिगेशन

आतंकवाद पर पाकिस्तान पर दबाव बनाने के लिए केंद्र सरकार ने कूटनीतिक रास्ता अपना रही है. 59 सदस्यों वाले डेलिगेशन 33 देशों में जाएंगे. वो वहां की राजधानियों में जाकर वहां की सरकारों को आतंकवाद के खिलाफ भारत के सख्त नीति के बारे में जानकारी साझा करेंगे. 

इस पहल से दुनियाभर के देशों को आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति के बारे में जानकारी मिलेगी. डेलिगेशन में 51 नेता और 8 राजदूत शामिल हैं. डेलिगेशन सात ग्रुप में बंटा और खासकर UNSC के सदस्य देशों का दौरा करेगी.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement