'कोई भी खतरा अब बहुत दूर नहीं...', इजरायल-हमास जंग के बीच बोले जयशंकर

विदेश मंत्री जयशंकर ने इजरायल-हमास जंग के बीच कहा कि हम सभी के लिए मूल बात ये है कि अब जंग और आतंकवाद स्वीकार्य नहीं है. अगर कोई अपना अस्तित्व बचाने के लिए इसे अपना हथियार बनाता है, तो यह पूरी तरह से अस्वीकार है.

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विदेश मंत्री एस जयशंकर विदेश मंत्री एस जयशंकर

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 22 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 6:00 PM IST

इजरायल-हमास जंग के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अब कोई भी अब कोई भी खतरा बहुत दूर नहीं है. जयशंकर ने दुनियाभर में हो रही जियो-पॉलिटिकल उथल-पुथल पर चर्चा करते हुए कहा कि मिडिल ईस्ट में अभी जो हो रहा है, उसका प्रभाव अभी भी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है. विदेश मंत्री ने रूस-यूक्रेन युद्ध के प्रभाव का हवाला देते हुए कहा कि ग्लोबलाइज वर्ल्ड (वैश्विक दुनिया) में होने वाली जंग का परिणाम सिर्फ उन्हीं इलाकों तक सीमित नहीं होता, जहां ये जंग हो रही है, बल्कि इसका असर दूर-दूर तक और उम्मीद के कहीं ज्यादा होता है.

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विदेश मंत्री ने कहा कि अलग-अलग हिस्सों में छोटी-छोटी घटनाएं होती हैं, जिनका असर काफी दूरगामी और प्रभावकारी होता है. हिंसा के विभिन्न रूपों से निपटने की चुनौती के बारे में बात करते हुए जयशंकर ने कहा कि इसका एक कम औपचारिक तरीका भी है जो बहुत व्यापक है. उन्होंने कहा कि मैं आतंकवाद के बारे में बात कर रहा हूं, जिसे लंबे समय से सत्ता चलाने के बेहतरीन उपाय के तौर पर विकसित किया गया और इसे लगातार बढ़ाया गया. 

जयशंकर ने कहा कि हम सभी के लिए मूल बात ये है कि अब जंग और आतंकवाद स्वीकार्य नहीं है. अगर कोई अपना अस्तित्व बचाने के लिए इसे अपना हथियार बनाता है, तो यह पूरी तरह से अस्वीकार है. उन्होंने कहा कि जब कट्टरपंथ और उग्रवाद की बात आती है तो मेटास्टेसिस के खतरे को कम आंकना गलती होगी. विदेश मंत्री ने कहा कि अब कोई भी खतरा बहुत दूर नहीं है.

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भारत ने भेजी फिलिस्तीन को मदद

बता दें कि हमास और इजरायल युद्ध के बीच भारत ने फिलिस्तीन के लोगों के लिए मदद भेजी है. भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि भारत ने फिलिस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता भेजी है. भारतीय वायुसेना का C-17 ग्लोबमास्टर विमान राहत सामग्री लेकर मिस्र के अल-अरिश इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गया है.भारत ने इस विमान के जरिए फिलिस्तीन के लोगों के लिए करीब 6.5 टन चिकित्सीय सहायदा और 32 टन आपदा राहत सामग्री भेजी है. इसमें आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं, सर्जिकल सामान, तंबू, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, स्वच्छताएं सेवाएं, पानी को साफ करने वाली दवाओं समेत कई वस्तुएं भेजी हैं.

इजरायल ने बरसाए गाजा पर बम

वहीं इजरायल ने रविवार तड़के दक्षिणी गाजा पर हवाई हमले किए साथ ही कहा कि वह एन्क्लेव के उत्तर में अपने हमले और तेज करेगा. क्योंकि अमेरिका भोजन, पानी, दवाओं और ईंधन से जूझ रहे फिलिस्तीनियों को सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है. फिलिस्तीनी मीडिया ने बताया कि दक्षिणी गाजा शहर खान यूनिस में इजरायली हमले में कम से कम 11 फिलिस्तीनी मारे गए. फ़िलिस्तीनी मीडिया दक्षिणी शहर राफ़ा पर इजरायल के हमले की बात कही है.

इजरायल के हमलों में  4,385 फिलिस्तीनियों की मौत

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गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि जवाब में इजरायल के हवाई और मिसाइल हमलों में सैकड़ों बच्चों सहित कम से कम 4,385 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई और क्षेत्र के दस लाख से अधिक लोग विस्थापित हो गए हैं. गाजा में तत्काल युद्धविराम की मांग को लेकर शनिवार को लगभग 100,000 लोग मध्य लंदन में फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शन में शामिल हुए और ब्रिटिश राजधानी से होते हुए मार्च निकाला.

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