मणिपुर: पिता की इमोशनल अपील के बाद भी नहीं पसीजे उग्रवादी, अगवा बच्चों समेत 6 को मार डाला

जिरीबाम से लापता हुए एक ही परिवार के छह लोगों में से तीन लोगों के शव एक नदी में मिले हैं. पुलिस ने बताया कि इन लोगों को जिरीबाम कैंप से अगवा किया गया था. लापता लोगों में तीन महिला और तीन मासूम बच्चे शामिल हैं, जिनकी रिहाई के लिए उनके पिता लैशराम ने इमोशनल अपील की थी और कहा था कि वह निर्दोष हैं.

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बेबी शिरीन

  • इंफाल,
  • 18 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 4:56 PM IST

मणिपुर के जिरीबाम से लापता हुए एक ही परिवार के छह लोगों में से तीन लोगों के शव एक नदी में मिले हैं. पुलिस ने बताया कि इन लोगों को जिरीबाम कैंप से अगवा किया गया था. लापता लोगों में तीन महिला और तीन मासूम बच्चे शामिल हैं, जिनकी रिहाई के लिए उनके पिता लैशराम ने इमोशनल अपील की थी और कहा था कि वह निर्दोष हैं. इससे पहले पुलिस ने शुक्रवार को असम-मणिपुर बॉर्डर के पास जिरीमुख में तीन लोगों के शव बरामद किए थे.

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सूत्रों ने शनिवार को बताया कि कुकी उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी के बाद कुछ दिन पहले एक राहत शिविर से लापता हुए छह लोगों में से तीन लोग मणिपुर-असम सीमा के पास मृत पाए गए हैं. आरोप है कि आतंकियों ने उनका अपहरण कर बंधक बना लिया था.

अपने परिवार के सदस्यों लापता होने के बाद इंफाल में तैनात इंडियन रिजर्व बटालियन  (IRB) लैशराम नायकजीत ने आजतक से बात करते हुए उन्हें छोड़ने की भावुक अपील की थी और अधिकारियों से अपने परिवार के सदस्यों के जल्द-से-जल्द खोजने का अनुरोध किया था. 

'मैं निम्नस्तर का सरकारी कर्मचारी हूं'

दो बच्चों के पिता और इंफाल में तैनात इंडियन रिजर्व बटालियन  (IRB) लैशराम नायकजीत ने आजतक से बात करते हुए अपने परिवार की सुरक्षित वापसी की इमोशनल अपील की है और कहा कि वह निर्दोष हैं. मैं लैशराम हीरोजीत हूं, मैं थंबलखोंग का रहने वाला हूं. मैं एक निम्न स्तर का सरकारी कर्मचारी हूं, मैं इंडियन रिजर्व बटालियन जवान हूं और इंफाल में तैनात हूं. लापता लोगों में मेरी पत्नी, मेरे दो बच्चे, मेरी सास और पत्नी की बहन (साली) शामिल है. सुरक्षाबलों द्वारा चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के बावजूद भी अभी तक उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. मुझे ये भी नही पता कि वह जिंदा हैं या नहीं.

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वह निर्दोष...

हीरोजीत ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान उनकी पत्नी ने उन्हें फोन कॉल किया था. उसने रोते हुए कहा कि बहुत सारे हथियारबंद लोगों ने उन्हें घेरे हुए हैं. इसके बाद अचानक कॉल कट गई, जिसके बाद मैंने कॉल किया तो फोन स्विच ऑफ बता रहा था. मेरी सास का फोन भी बंद था. लगभग एक घंटे बाद हमारे एक परिचित ने बताया कि उनकी पत्नी और बच्चे हथियारबंद लोगों नाव में बैठाकर ले जा रहे थे. उन्होंने कहा, "वे सभी निर्दोष हैं. मेरे दो बच्चे अभी तक बोल भी नहीं सकते. बड़े बच्चे ने अभी बोलना शुरू ही किया है. कृपया उन्हें सुरक्षित छोड़ें और परिवार को सौंप दें."

'मैं सो नहीं पाया हूं'

हीरोजीत ने कहा, "जब से मेरे परिवार के लोग लापता हुए हैं, तब से मैं सो नहीं पाया हूं. मैं बहुत असहाय महसूस कर रहा हूं और हर अधिकारी से अनुरोध कर रहा हूं कि मेरे परिवार के लोगों को खोजें. एक पुलिसकर्मी होने के बावजूद, मैं अपने परिवार के लोगों को खोजने में असहाय हूं."

बता दें कि जिरीबाम के जकुराधोर और बोरोबेकड़ा क्षेत्रों में हुई मुठभेड़ के बाद की है, जिसमें 10 उग्रवादी मारे गए थे. इस मुठभेड़ के बाद से मैतेई समुदाय के छह लोग लापता हैं, जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है.

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