रोशनी का त्योहार बस दस्तक देने ही वाला है. नए लिबास, लजीज पकवान, चमचमाती लाइट्स से इस दिवाली को यादगार बनाने की तैयारियां जोरों पर है. हालांकि, जश्न की इस आपाधापी में बहुत सारे लोग सबसे जरूरी चीज़ यानी अपने परिवार की सेफ्टी के बारे में बिलकुल भूल ही जाते हैं. दीये, मोमबत्तियां जलाने और आतिशबाजी के दौरान जरा सी असावधानी रंग में भंग डाल सकती है. ऐसे में फेस्टिवल की चमक बरकरार रहे, इसलिए आपको पहले से ही कुछ इंतजाम करके रखना चाहिए. किसी अप्रिय स्थिति में यही तैयारियां बहुत बड़ी राहत साबित हो सकती हैं. आग से जलने की हालत में सबसे ज्यादा जरूरी है कि पीड़ित को जल्द से जल्द डॉक्टर के पास ले जाया जाए. लेकिन इससे पहले दिया जाने वाला फर्स्ट ऐड तुरंत राहत दे सकता है. दिवाली के जश्न के वक्त आपकी फर्स्ट ऐड किट में क्या-क्या शामिल हो, आइए जानते हैं.
फर्स्ट एड बॉक्स ऐसे करें तैयार
>एंटी सेप्टिक क्रीम
>पेन किलर
>घाव साफ करने का लोशन
>पेनकिलर टैबलेट्स
>साफ पट्टी, रूई आदि
>सेप्टिक ऑइंन्टमेंट, पेपर टेप, सैवलॉन
>छोटी कैंची और गलव्स
डॉक्टर पवन वाजपेयी डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल फतेहपुर में एमडी इंटरन मेडिसिन के पद पर कार्यरत हैं. aajtak.in से बातचीत में वह बताते हैं कि दिवाली पर अक्सर जलने-झुलसने के मामलों की संख्या बढ़ जाती है. थोड़ी सी भी लापरवाही बरतने पर इस तरह के हादसे किसी के साथ भी हो सकते हैं. किसी भी स्थिति में घाव ज्यादा गंभीर न हो इसके लिए सभी घरों में फर्स्ट एड किट बॉक्स जरूर होना चाहिए. इस बॉक्स में एंटी सेप्टिक क्रीम, पेन किलर, घाव साफ करने का लोशन, पेनकिलर टैबलेट्स, साफ पट्टी, रूई, एंटी सेप्टिक ऑइंन्टमेंट, पेपर टेप, सैवलॉन, छोटी कैंची और गलव्स जरूर शामिल होने चाहिए. प्राथमिक उपचार के दौरान घायल व्यक्ति को तुरंत राहत पहुंचाने की दिशा में ये सभी चीजें काम आएंगी. इसके बाद आप घायल व्यक्ति को आगे की इलाज के लिए बड़े अस्पताल ले जा सकते हैं.
जलने या झुलसने पर तुरंत करें ये काम
आतिशबाजी या दीये जलाने से पहले ठंडे पानी की बाल्टियां भरकर जरूर रख लें ताकि आग लगने या जलने की स्थिति में तुरंत इस्तेमाल किया जा सके. वहीं, जलने से हुए घाव को साफ करने के लिए बीटाडीन (Betadine) लोशन एक सही विकल्प है. जलने की स्थिति में घाव को ठंडे पानी से धोकर बीटाडीन से साफ करना चाहिए ताकि कोई इनफेक्शन न हो. हालांकि, घाव को साफ करने और बीटाडीन लगाने के लिए आपके पास साफ-सुथरी रूई का होना जरूरी है. बाजार में कॉटन बॉल्स आसानी से उपलब्ध होते हैं. उन्हें जरूर मंगवाकर रख लें. घाव की वजह से जलन होने पर आराम देने के लिए मेगाहील (Megaheal) और सोफिनेक्स (Sofinox) जैसी क्रीम लेकर रखी जा सकती हैं. वहीं, क्रीम आदि लगाने के बाद घाव को खुला छोड़ना सही नहीं, इसलिए बैंडऐज और पट्टियां भी मंगवा लीजिए. इसके अलावा, पेनकिलर्स के तौर पर Chymoral forte, Zerodol SP और Arther SP जैसी दवाएं रखी जा सकती हैं.
दवाओं की एक्सापयरी डेट कर लें चेक
डॉक्टर पवन वाजपेयी कहते हैं कि कुछ घरों में पहले से फर्स्ट एड बॉक्स होते हैं, लेकिन जरूरत नहीं पड़ने पर उसमें शामिल दवाएं और क्रीम्स को लोग अपडेट नहीं करते हैं. सालों से रखीं ये दवाएं अक्सर एक्सपायर हो जाती हैं. ऐसे में यह जरूरी है कि समय समय पर इसे चेक करते रहा जाए और जरूरी चीजों को रीफिल किया जाए. एक्सपायर हुई दवाओं का उपयोग करने से इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है.
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