उत्तर भारत के कई हिस्सों में घने कोहरे और ठंडी हवाओं ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है. दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में कोहरे की मोटी चादर ने विजिबिलिटी कम कर दी है, जिससे हवाई, सड़क और रेल यातायात प्रभावित हुआ है. कानपुर में शीतलहर के कारण स्कूलों की टाइमिंग बदली गई है. कश्मीर घाटी में पहली बर्फबारी के बाद गुलमर्ग जाने वाले वाहनों के लिए विशेष एडवाइजरी जारी की गई है. हिमाचल प्रदेश के शिमला, मनाली, कुफरी और नारकंडा में ठंड बढ़ी है और येलो अलर्ट जारी किया गया है.
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (दिल्ली) ने सुबह 8 बजे यात्री सलाह (पैसेंजर एडवाइजरी) जारी की है. एयरपोर्ट प्रबंधन ने बताया कि रनवे पर घने जहरीले स्मॉग की मोटी परत छाई हुई है, जिससे विजिबिलिटी लो हो गई है. हालांकि, सभी फ्लाइट ऑपरेशंस सामान्य रूप से चल रहे हैं. साथ ही लो विजिबिलिटी की ध्यान में रखते हुए दिल्ली एयरपोर्ट ने एडवाइजरी जारी कर यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपनी संबंधित एयरलाइंस से नए फ्लाइट अपडेट की जानकारी देख लें, क्योंकि कोहरे के कारण कई उड़ानों में देरी की आशंका बनी हुई है.
कानपुर में बदली स्कूलों की टाइमिंग
वहीं, यूपी के कानपुर में कोहरे का स्तर एक बार फिर बढ़ गया है. शीतलहर के बीच विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम हो गई है. जीटी रोड पर वाहन ब्लिंकर जलाकर धीमी गति से चल रहे हैं. आज तक और इंडिया टुडे की टीम ने ग्राउंड रिपोर्ट में दिखाया कि कोहरा इतना घना है कि सामने कुछ दिखाई नहीं दे रहा. शहर का AQI स्तर 400 तक पहुंच गया है जो स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है. कोहरे और ठंड को देखते हुए स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है- अब स्कूल सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक चलेंगे.
गुलमर्ग जाने वाले वाहनों के लिए एडवाइजरी
कश्मीर में कल हुई बर्फबारी के बाद मौसम और विजिबिलिटी में सुधार हुआ है. द्रास, सोनमर्ग, गुलमर्ग, पहलगाम और गुरेज में अच्छी बर्फबारी हुई है. लेकिन उम्मीद के मुताबिक बर्फबारी नहीं हुई है.
मौसम की पहली भारी बर्फबारी देखने के लिए लोग गुलमर्ग की ओर उमड़ पड़े, जिससे फिसलन भरी सड़कों के कारण दर्जनों वाहन फंस गए. इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने बचाव कार्य के लिए सख्त निर्देश दिए हैं. अधिकारियों ने कहा कि गुलमर्ग की और केवल 4x4 वाहन और चेन लगे टायर वाले वाहनों को ही जाने की अनुमति दी जाएगी.
शिमला-मनाली में छाए बादल
उधर, हिमाचल प्रदेश में दिसंबर के तीसरे हफ्ते में मौसम ने करवट बदली है. शिमला, मनाली, कुफरी और नारकंडा जैसे हिल स्टेशनों में बादल छाए रहने से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है. शिमला में अधिकतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 5 डिग्री अधिक है. मनाली में 6.7, कुफरी में 8.6 और कल्पा में 3.4 डिग्री तापमान रहा. जनजातीय इलाकों में न्यूनतम तापमान माइनस तक पहुंच गया है.
राज्य की ऊंची चोटियों पर हल्की बर्फबारी हुई, लेकिन पर्यटन स्थलों तक बर्फ नहीं पहुंची. निचले जिलों जैसे बिलासपुर, ऊना और मंडी में घने कोहरे ने सड़क यातायात को प्रभावित किया.
येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है और अगले कुछ दिनों तक सुबह-शाम घना कोहरा रहने की चेतावनी दी है. आज कुछ हिस्सों में बारिश या बर्फबारी हो सकती है, लेकिन 22 से 27 दिसंबर तक मौसम शुष्क रहेगा. सबसे बड़ी खबर ये है कि 25 दिसंबर को क्रिसमस के दिन शिमला, मनाली और कुफरी में 'व्हाइट क्रिसमस' नहीं होगा- सीजन की पहली बर्फबारी का इंतजार अभी बना हुआ है.
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