दाऊद इब्राहिम का पुश्तैनी प्लॉट, जिसका आरक्षित मूल्य 15,440 रुपये रखा गया था, शुक्रवार को 2 करोड़ रुपये की कीमत पर नीलाम हुआ. यह भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन की चार पैतृक संपत्तियों में से सबसे छोटा प्लॉट था, जिसे स्मगलर्स एंड फॉरेन एक्सचेंज मैनिपुलेटर्स (संपत्ति की जब्ती) प्राधिकरण (SAFEMA) द्वारा नीलाम किया गया था. उक्त संपत्तियां महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के मुंबके गांव में कृषि भूखंड हैं, जो दाऊद इब्राहिम कासकर का पैतृक गांव है. एक अन्य संपत्ति जिसकी कीमत 1.56 लाख रुपये तय की गई थी, उसे 3.28 लाख रुपये में बेच दिया गया. चारों प्रॉपर्टी की कीमत 19.2 लाख रुपये रखी गई थी.
अधिवक्ता अजय श्रीवास्तव ने कही ये बात
नीलामी बोली और नीलामी को सफलतापूर्वक जीतने के बाद आने वाली समस्याओं पर अधिवक्ता अजय श्रीवास्तव ने कहा कि, 2001 में जब ऑक्शन हुआ था तब उसका ऑक्शन आयकर विभाग ने किया था. लेकिन उस समय उन लोगों ने प्रॉपर्टी का पज़ेशन ऑफर नहीं किया था. उसके लिए मैं आज भी कोर्ट में केस लड रहा हूँ, आज 23 साल हो गए. आज यह हाइकोर्ट में पेंडिंग हैं. दाऊद के बाद उनकी बहन हसीना इब्राहिम इसे देखती थीं और अब यह उनके बच्चों की देखरेख में है. सफ़ेमा में यह अच्छा है कि वो पज़ेशन साथ में दे देते हैं.
उन्होंने कहा कि 'मैंने साल 2020 में दाऊद इब्राहिम की हवेली नीलामी में खरीदी थी, और वहां पर जिस तर्ज पर मदरसे काम करते हैं उसी तर्ज़ पर सनातन धर्म पाठशाला की स्थापना की है. उसी ट्रस्ट के तहत मैं वहां एजुकेशन संस्था बना चुका हूं और जल्द ही वहां निर्माण काम शुरू होगा. उसमे सफ़ेमा से एक गलती हो गई कि उन्होंने हाउस नंबर गलत लिख दिया था, और वही सेल डीड में लिख दिया और जब मैं रजिस्ट्री के लिए गया तो मुझे वहां रुकना पड़ा क्योंकि हाउस नंबर गलत था. आज की नीलामी में कुछ खेतों की नीलामी होने वाली है उसमें भी मैंने भाग लिया है, देखते हैं आगे क्या होता है.' बता दें कि, सफेमा ने दाऊद की संपत्ति की कीमत 15440 रुपये रखी थी जो 2 करोड़ एक हजार रुपये में बिकी है.
दिव्येश सिंह