अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा डिस्काउंटेड रेसिप्रोकल टैरिफ लगाए जाने के बाद दुनियाभर में हाहाकार मच गया है. टैरिफ ने ग्लोबल इकॉनमी के बैलेंस को बिगाड़ दिया है. भारत समेत कई देशों के शेयर मार्केट धड़ाम हो गई. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केरल से लोकसभा सांसद शशि थरूर ने टैरिफ प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि टैरिफ में न लॉजिक, न लॉन्ग टर्म सोच. टैरिफ के पीछे दिए गए तर्क समझ से परे है.
टैरिफ को लेकर क्या बोले शशि थरूर
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि टैरिफ की वजह से शेयर मार्केट क्रैश होना चिंता का विषय है. हमें उम्मीद है कि अमेरिका के साथ बाइलैटरल मीटिंग होंगे और भारत को कुछ राहत मिल सकती है. लेकिन अभी के लिए शॉर्ट टर्म में तो ये तो काफी नेगेटिव खबर है. हर देश में सिर्फ भारत में नहीं, हर देश में ग्लोबल मार्केट्स के हाल बुरा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का डिस्काउंटेड रेसिप्रोकल टैरिफ का मतलब कोई समझा नहीं कि इसका क्या लॉजिक में किया है? क्योंकि अमेरिकन स्टॉक मार्केट भी बहुत बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. दो दिनों में करीब 2 ट्रिलियन डॉलर अमेरिकी मार्केट से गायब हो गए हैं. सभी देशों का यही हाल है. हमें भी इसे झेलना होगा. कुछ देश मंदी की ओर आगे बढ़ रहे हैं. लेकिन, भारत इससे दूर है. क्योंकि भारत का ग्रोथ रेट 5.4 है. ये कम हो सकता है. लेकिन, भारत मंदी की ओर नहीं बढ़ रहा है. हमें बस अमेरिका के साथ जल्द से बाइलैटरल मीटिंग करने की जरूरत है. जिससे शायद भारत पर टैरिफ के असर को थोड़ा कम किया जा सकता है.
टैरिफ का भारत के शेयर मार्केट पर असर
सोमवार को भारतीय शेयर बाजार भरभराकर टूट गया. BSE Sensex 2,050.23 अंक या 2.64 फीसदी की गिरावट में रहा, तो NS Nifty में 614.8 अंक या 2.61 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. सेंसेक्स की टॉप-10 वैल्यूएबल कंपनियों में से सबसे बड़ा नुकसाव TATA की कंपनी TCS के निवेशकों को हुआ. टीसीएस की मार्केट वैल्यू बीते सप्ताह 1.10 लाख करोड़ घट गई.
ब्रिजेश दोशी