जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद गुरुवार को अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है. अमेरिका ने इस एडवाइजरी में नागरिकों को जम्मू-कश्मीर ना जाने की सलाह दी है. एडवाइजरी में अमेरिकी नागरिकों को पहलगाम समेत कश्मीर घाटी से दूर रहने के साथ-साथ स्थानीय मीडिया पर नजर बनाए रखने की सलाह दी गई है.
भारत में अमेरिकी दूतावास और वाणिज्य दूतावासों की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी एडवाइजरी में कहा गया है, 'जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवादी हमले और हिंसक नागरिक अशांति संभव है.'
एडवाइजरी में कहा गया है कि पूर्वी लद्दाख और लद्दाख की राजधानी लेट की यात्रा को छोड़कर जम्मू-कश्मीर की यात्रा न करें. इस क्षेत्र में छिटपुर हिंसा होती रहती हैं. भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर ऐसी हिंसा आम बात है. ये हिंसा कश्मीर घाटी के पर्यटन स्थलों श्रीनगर, गुलमर्ग और पहलगाम में भी होती हैं. भारत सरकार LoC के साथ कुछ क्षेत्रों में विदेशी पर्यटकों को जाने की अनुमति नहीं देती है.
एडवाइजरी में कहा कि 22 अप्रैल, 2025 को भारत के कश्मीर के पहलगाम में एक आतंकवादी हमले में कई लोगों की मौत हो गई है. स्थानीय मीडिया के अनुसार, हमले के परिणामस्वरूप भारत के कई शहर हाई अलर्ट पर हैं. इसको ध्यान में रखते हुए अमेरिकी नागरिकों को जम्मू-कश्मीर की यात्रा न करने की सलाह दी जाती है. वहीं, अमेरिकी सरकारी कर्मियों के जम्मू-कश्मीर की यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और सतर्क रहने की सलाह दी है.
आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत
बता दें कि 22 अप्रैल को दोपहर में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन मैदान में आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाते हुए बड़ा हमला किया था. इस आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा आतंकवादी समूह के छद्म संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (टीआरएफ) ने ली है.
मीर फरीद