राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) के दो प्रमुख स्कूलों में बम धमाके की धमकी मिलने से हड़कंप मच गया. डीपीएस आरके पुरम और पश्चिम विहार के जीडी गोयनका स्कूल को धमकी भरा ईमेल भेजा गया. सुबह करीब 7 बजे दिल्ली फायर डिपार्टमेंट को इस घटना की जानकारी दी गई. वहीं, सीरिया में तख्तापलट हो गया है. राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर रूस भाग गए हैं. लेकिन आखिर ये सब कैसे हुआ? इसके लिए कौन जिम्मेदार है और क्यों बशर अल-असद देश छोड़ने को मजबूर हुए. पढ़िए सोमवार सुबह की 5 बड़ी खबरें...
1- DPS, GD गोयनका समेत दिल्ली के 40 स्कूलों को हॉक्स मेल, अफवाह निकली बम की धमकी
दिल्ली के दो प्रमुख स्कूलों में बम धमाके की धमकी मिलने से हड़कंप मच गया. डीपीएस आरके पुरम और पश्चिम विहार के जीडी गोयनका स्कूल को धमकी भरा ईमेल भेजा गया. सुबह करीब 7 बजे दिल्ली फायर डिपार्टमेंट को इस घटना की जानकारी दी गई.
2- बागी होना आसान है, मुल्क चलाना मुश्किल? क्यों सीरिया पर कब्जे के बाद भी फंस गये जोलानी
2011 में भी सीरियाई नागरिकों ने राष्ट्रपति बशर अल-असद की सत्ता से हटाने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किए थे. लेकिन तब असद ने इसका जवाब क्रूरता से दिया था. जिससे एक गृहयुद्ध शुरू हुआ, जिसमें 5 लाख से अधिक लोगों की जान गई. 13 साल बाद 8 दिसंबर को असद देश छोड़कर भाग गए और विपक्षी लड़ाकों ने सत्ता अपने हाथों में ले ली.
3- 'रूस दोस्तों को मुश्किल वक्त में नहीं छोड़ता, US और हमारे बीच यही अंतर...', मॉस्को का तंज
रूस के राजदूत मिखाइल उल्यानोव ने कहा कि बशर अल असद और उनका परिवार मॉस्को में है. रूस मुश्किल दोस्तों में अपने दोस्तों को धोखा नहीं देता. यह रूस और अमेरिका के बीच अंतर है.
सोशल मीडिया हैंडल ट्विटर (पूर्व में एक्स) पर तरुण गौतम ने पोस्ट किया कि जब एक परीक्षा में 7,000 वैकेंसी के लिए कटऑफ 150 और दूसरे में 17,000 वैकेंसी के लिए कटऑफ 153 हो, तो यह सवाल उठता है कि क्या इस स्थिति में कोई गड़बड़ी हो रही है?
सीरिया इस फेहरिस्त में चौथा ऐसा देश है, जहां विद्रोहियों के कब्जे के बाद राष्ट्रपति देश छोड़कर फरार हो चुका है. इस बीच सीरिया से ऐसी कई तस्वीरें और वीडियो सामने आए, जिसमें लोगों को राष्ट्रपति भवन के भीतर लूटपाट करते और हुड़दंग मचाते देखा गया.
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