महाराष्ट्र की राजनीति में भाषा को लेकर विवाद जारी है. पहले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने उन व्यापारियों की पिटाई की जिन्हें मराठी नहीं आती थी. अब इस मामले में सत्ता पक्ष के नेता नितेश राणे भी शामिल हो गए हैं. नितेश राणे ने कहा है कि अगर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं में हिम्मत है तो वे मुंबई के भिंडी बाजार, डोंगरी और मुम्बरा जैसे इलाकों में जाकर मराठी सिखाएं, जहाँ सिर्फ हिंदी या उर्दू बोली जाती है. इस बयान के बाद मुंबई के डोंगरी इलाके की जनता ने अपनी राय रखी है.