महाराष्ट्र सरकार के लाखों कर्मचारी मंगलवार को पुरानी पेंशन योजना ( OPS) की बहाली की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं. राज्य सरकार और नागरिक निकायों द्वारा संचालित अस्पतालों में काम करने वाले पैरामेडिक्स, सफाई कर्मचारी और शिक्षक भी ऐसे समय में इस हड़ताल में शामिल हो गए हैं, जब कक्षा 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाएं चल रही हैं.
सोमवार को यूनियनों और राज्य सरकार के बीच बातचीत असफल रहने के बाद कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. बताया जा रहा है कि कर्मचारियों के इस कदम से कामकाज बाधित हो सकता है. साथ ही कई सेवाएं भी प्रभावित हो सकती हैं. राज्य में पिछले सप्ताह बेमौसम बारिश हुई थी, जिससे फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ था. हड़ताल के कारण पंचनामा या हानि मूल्यांकन प्रक्रिया, किसानों के लिए मुआवजे तय करने का एक महत्वपूर्ण काम भी प्रभावित हो सकता है.
कर्मचारियों ने सरकारी दफ्तरों और अस्पतालों के बाहर ''एक ही मिशन, पुरानी पेंशन बहाल करो'' जैसे नारे लगाए. एक दिन पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पुरानी पेंशन योजना को वापस करने के लिए राज्य सरकार के कर्मचारियों की मांग पर विचार करने के लिए सीनियर ऑफिसर्स के एक पैनल के गठन की घोषणा की थी. अधिकारियों ने कहा कि ये पैनल समयबद्ध तरीके से अपनी रिपोर्ट देगा.
शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी सरकारी कर्मचारियों से हड़ताल पर नहीं जाने की अपील की थी. लेकिन सरकारी कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा. लिहाजा आज लाखों कर्मचारी सड़कों पर उतर आए औऱ मांग की कि जल्द से जल्द पुरानी पेंशन स्कीम बहाल की जाए.
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