महाराष्ट्र: फसलें डूबीं, पानी में फंसे 44 लोग... बीड में मूसलाधार बारिश से बाढ़ का खतरा

महाराष्ट्र के बीड जिले में पिछले 24 घंटों से भारी बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह ठप हो गया है. कडा गांव में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है और 40 से अधिक लोग पानी में फंसे हुए हैं. प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया है, जिसमें आर्मी और एनडीआरएफ की टीमें शामिल हैं.

Advertisement
बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ है और हजारों हेक्टेयर में लगी फसलें पानी में डूब गई हैं. (Photo: Screengrab) बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ है और हजारों हेक्टेयर में लगी फसलें पानी में डूब गई हैं. (Photo: Screengrab)

रोहिदास हातागले

  • मुंबई,
  • 15 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 3:13 PM IST

महाराष्ट्र के बीड जिले में भारी बारिश की वजह से जनजीवन पूरी तरह से ठप हो चुका है. पिछले 24 घंटों से बीड के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है, जिसकी वजह से कडा गांव पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. इतना ही नहीं, कडा में 40 से ज्यादा लोग पानी में फंसे होने की वजह से मुश्किल में हैं.
 
जलस्तर बढ़ने के कारण इन लोगों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है. बीड के जिलाधिकारी और आष्टी के विधायक सुरेश धस कडा जाकर रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा ले रहे हैं. आर्मी की टीम लोगों को रेस्क्यू कर रही है. पानी का संकट देखकर सरकार ने पुणे से एक एनडीआरएफ की टीम आष्टी तहसील के लिए रवाना कर दी है.

Advertisement

पानी में फंसे 44 लोग

आष्टी में जो 44 लोग पानी में फंसे हुए हैं, उनमें से 11 लोग कडा गांव में है. सोभा निमगाव में 14, पिंपरी में 4, पिंपरखेड में 6, धानोरा में 3 और डोंगरगण में भी 3 लोग फंसे हुए हैं. आष्टी के कडा गांव के कई घर नदी के पास बसे हुए हैं. भारी बारिश की वजह से अचानक जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया. लोग पानी कम होने की राह देख रहे थे लेकिन उल्टा बारिश की वजह से नदी उफान पर आ गई और लोग घर में ही फंस गए. पानी का संकट गहरा होते देख लोगों ने अपने घरों की छत पर आसरा लिया हुआ था.
 
हजारों हेक्टर में लगी फसल बर्बाद

भारी बारिश की वजह से किसानों का भी काफी नुकसान हुआ है. हजारों हेक्टर में लगा हुआ सोयाबीन और कपास पानी में डुब चुका है. इतना ही नहीं, आष्टी और अन्य इलाकों में जहां गन्ना और बाकी सब्जियां की जाती हैं, वो खेत भी पानी से भर गए हैं. इसकी वजह से किसानों को लाखों का नुकसान हुआ है. अब किसान प्रशासन की ओर से पंचनामा कर मदद की अपेक्षा कर रहे हैं.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement