'बॉयफ्रेंड के दोस्त अस्पताल आ रहे, मेरी बहन को...',इंफ्लुएंसर प्रिया सिंह के अश्वजीत पर नए आरोप

मुंबई के पास ठाणे में महाराष्ट्र स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (MSRDC) के एमडी के बेटे अश्वजीत गायकवाड़ ने अपनी प्रेमिका प्रिया सिंह को कार से कुचलकर मारने की कोशिश की. इस आरोप को अश्वजीत ने झूठा बताया है. वहीं प्रिया सिंह इन्फिनिटी मेडीसर्च सेंटर अस्पताल में भर्ती है. उसके शरीर पर गंभीर चोटें और जख्म हैं. प्रिया ने इंस्टाग्राम पर विस्तार से आपबीती बताई है.

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सोशल मीडिया इंन्फ्लुएंसर प्रिया सिंह. सोशल मीडिया इंन्फ्लुएंसर प्रिया सिंह.

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 16 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 5:35 PM IST

मुंबई के ठाणे में महाराष्ट्र स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (MSRDC) के एमडी के बेटे अश्वजीत गायकवाड़ पर गंभीर आरोप लगा है. अश्वजीत ने अपनी प्रेमिका इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर प्रिया सिंह को कार से कुचलकर मारने की कोशिश की. आरोपी अश्वजीत गायकवाड़ बीजेपी युवा मोर्चा का अध्यक्ष भी है. पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. प्रिया सिंह इन्फिनिटी मेडीसर्च सेंटर में भर्ती है. प्रिया ने पूरी घटना के बारे में इंस्टाग्राम पर आपबीती शेयर की है.

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प्रिया सिंह ने इंस्टाग्राम पर लिखा कि मेरा दाहिना पैर टूट गया है, जिसके लिए मेरी सर्जरी की गई है. मेरे दाहिने पैर में रॉड लगानी पड़ी है. मेरे पूरे शरीर पर चोट के निशान हैं. मेरी बांहें, मेरी पीठ और पेट के हिस्से गहरी चोट है. मुझे कम से कम 3-4 महीने तक बिस्तर पर रहना होगा. उसके बाद अगले 6 महीने तक चलने के लिए सहारा लेना होगा. मेरी ही कमाई से मेरा परिवार चल रहा था. मैं अब काम नहीं कर पाऊंगी.

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प्रिया ने लिखा कि मैं उसे (अश्वजीत) 4-5 साल से डेट कर रही थी. वह मुझसे मिलने नहीं आया. मुझे उससे खतरा है. उसके कुछ दोस्त दो दिन से लगातार अस्पताल आ रहे हैं और मेरी बहन को धमकी दे रहे हैं, क्योंकि मैंने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. मैं बेहद डरी हुई हूं. मैं अपने परिवार और खुद के लिए खतरा महसूस कर रही हूं.

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मैं सुरक्षित नहीं हूं. मेरा इंसानियत से पूरा भरोसा उठ चुका है. मुझे नहीं पता कि मेरा जीवन कभी सामान्य हो पाएगा या नहीं. प्लीज मेरे लिए प्रे करें. मैं बस इंसाफ के लिए आस में हूं. मैं अस्पताल में असहाय पड़ी हुई हूं. मैं हिल भी नहीं पा रही हूं. मेरे पैर और शरीर के अन्य हिस्सों में भीषण दर्द है. 

'चार बजे मुझे आया था कॉल, तभी मैं मिलने पहुंची थी होटल'

प्रिया ने लिखा कि सोमवार सुबह 4 बजे मुझे अश्वजीत गायकवाड़ का फोन आया, जिसके बाद मैं उससे मिलने पहुंच गई. वहां जाकर देखा तो अश्वजीत अपनी फैमिली और हमारे कॉमन दोस्तों के साथ समारोह में था. वहां पहुंचकर मैं कुछ दोस्तों से मिली. इस दौरान मैंने देखा कि मेरा बॉयफ्रेंड अश्वजीत अजीब व्यवहार कर रहा है. इसलिए मैंने उससे पूछा कि क्या हुआ, सब कुछ ठीक है. हमने उससे अकेले में बात करने के लिए आग्रह किया. इसके बाद मैं वहां से बाहर निकल आई और उसका इंतजार करने लगी.

'दोस्तों के साथ बाहर आया और करने लगा अभद्रता'

प्रिया ने लिखा कि इस दौरान वह अपने दोस्तों के साथ बाहर आया. मैंने अश्वजीत से बात करने की कोशिश की, लेकिन उसके दोस्त रोमिल पाटिल ने मुझे रोक दिया. वह मेरे साथ अभद्रता करने लगा. इसके बाद बहस होने लगी. मेरे बॉयफ्रेंड और उसके दोस्त ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया. मैंने अश्वजीत से इस तरह का व्यवहार न करने को कहा तो उसने मुझे थप्पड़ मार दिया और मेरी गर्दन दबाने की कोशिश की. इस दौरान मैंने उसे दूर धकेलने की कोशिश की तो उसने मेरा हाथ काट लिया. मुझे पीटा और बाल खींचे. इसी बीच उसके दोस्त ने मुझे जमीन पर धकेल दिया.

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इस घटना का एक सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि पीड़िता को कुछ लोग कार से अस्पताल ले जा रहे हैं.

यहां देखें वीडियो

प्रिया सिंह ने आगे लिखा कि इससे पहले कि मैं कुछ समझ पाती, वे लोग अपनी कारों की ओर जाने लगे. इस दौरान मैं अपना फोन और बैग लेने के लिए अश्वजीत के पास उसकी कार के पास पहुंची, क्योंकि उसने लड़ाई के दौरान मेरा सामान छीन लिया था और उसे अपनी कार में रख लिया था. उसकी रेंज रोवर डिफेंडर कार के पास पहुंची तो मैंने सुना कि ड्राइवर सागर से 'उड़ा दे इसको' कहते हुए सुना.

'अश्वजीत के कहने पर ड्राइवर ने मुझे कार से उड़ा दिया'

प्रिया ने कहा कि अश्वजीत के कहने पर उसके ड्राइवर ने कार की स्पीड बढ़ा दी और मुझे टक्कर मार दी, जिससे मैं जमीन पर गिर गई. कार का पिछला बायां पहिया मेरे दाहिने पैर से गुजर गया. वे 20-30 मीटर के बाद रुक गए, मैंने दर्द से चीखते हुए मदद के लिए हाथ हिलाया, लेकिन वे भाग गए. मैं सड़क पर लगभग 30 मिनट तक बिना फोन या किसी मदद के पड़ी रही. एक राहगीर ने मुझे देखा और स्थानीय पुलिस को सूचना दी. वह व्यक्ति मेरी मदद के लिए मेरे पास आया.

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'कुछ देर बाद ड्राइवर ये देखने आया कि मैं मर गई या जिंदा हूं'

कुछ देर बाद अश्वजीत का ड्राइवर यह देखने के लिए वापस आया कि मैं मर गई हूं या जिंदा हूं. ड्राइवर ने उस राहगीर को देखा और पुलिस से बचने के लिए मुझे अस्पताल ले जाने की बात कही. अस्पताल जाते समय ड्राइवर ने मुझे धमकी दी कि पुलिस से शिकायत मत करना, क्योंकि वैसे भी आप जानती हैं कि चीचू भाई (अश्वजीत) जुड़े हैं और आप कुछ नहीं कर पाएंगी, क्योंकि मैं सारा इल्जाम खुद पर ले लूंगा. अस्पताल पहुंचने के बाद मैंने फैमिली से संपर्क करने के लिए कई बार फोन मांगा. डॉक्टरों के जोर देने पर मेरी बहन को फोन किया गया.

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