झारखंड में आतंकी नेटवर्क का खुलासा... इंडियन मुजाहिदीन का सदस्य गिरफ्तार, संदिग्ध दस्तावेज बरामद

झारखंड की एंटी टेररिज्म स्क्वाड (ATS) ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए धनबाद से चार संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों का कथित रूप से ISIS और इंडियन मुजाहिदीन से संबंध था. पुलिस ने जांच के दौरान गिरफ्तार किए गए आतंकियों से कई संदिग्ध दस्तावेज और अहम जानकारी प्राप्त की है, जिससे इनके विस्तृत नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है. अब ATS इनसे और भी महत्वपूर्ण जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रही है.

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झारखंड एटीएस ने की कार्रवाई. (Representational image) झारखंड एटीएस ने की कार्रवाई. (Representational image)

सत्यजीत कुमार

  • रांची,
  • 01 मई 2025,
  • अपडेटेड 2:28 PM IST

झारखंड एटीएस ने आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए धनबाद से चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. इन सभी पर प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से जुड़ाव का आरोप है. गिरफ्तारियां धनबाद के एक संवेदनशील इलाके से की गईं, जहां से एटीएस को कुछ संदिग्ध दस्तावेज भी बरामद हुए हैं. पूछताछ और प्राथमिक जांच में कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं, जिनके आधार पर अब जांच एजेंसियां नेटवर्क की गहराई से पड़ताल कर रही हैं.

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जानकारी के अनुसार, धनबाद जिले के भूली ओपी थाना क्षेत्र स्थित शमशेर नगर से चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से एक की पहचान प्रतिबंधित आतंकी संगठन 'इंडियन मुजाहिदीन' के सक्रिय सदस्य अम्मार याशर के रूप में हुई है. बाकी तीनों का संबंध अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन ISIS से जोड़ा जा रहा है.

झारखंड एटीएस ने गिरफ्तार संदिग्धों के पास से प्रतिबंधित संगठन से जुड़े कई दस्तावेज भी बरामद किए हैं. इन लोगों की गतिविधियां लंबे समय से संदिग्ध थीं और एटीएस की नजर इन पर बनी हुई थी. इनपुट्स की पुष्टि होने के बाद एटीएस ने एक गुप्त ऑपरेशन के तहत इन्हें धर दबोचा.

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एटीएस की पूछताछ में बड़ा खुलासा तब हुआ, जब पहले से रिमांड पर चल रहे हिज्ब उत-तहरीर (HIZB-UT-TAHRIR) के सदस्य अयान जावेद ने पूछताछ के दौरान अम्मार याशर और अन्य सहयोगियों के नाम उजागर किए. 

चारों गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है. एटीएस अब इनके नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुट गई है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस गिरफ्तारी से एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश हो सकता है. झारखंड एटीएस आने वाले दिनों में इस मामले में और गिरफ्तारियां कर सकती है.

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