Cloudburst in Kulgam: दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के दो गांवों में शनिवार को बादल फट गया. इससे वहां अफरा-तफरी मच गई. सब डिविजनल मजिस्ट्रेट नूर अबाद, बशीर उल हसन ने इंडिया टुडे को बताया कि जिले के दूर-दराज के गांव तंगमर्ग के ऊपरी इलाकों में बादल फटने की घटना हुई. उन्होंने कहा कि बादल फटने के तुरंत बाद एक टीम को मौके पर भेजा गया है, हालांकि अभी तक इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. गांवों में फंसे 150 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया.
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि अचानक गंदे पानी के बहाव में तेजी आने से गांवों के घरों और स्कूलों में भर गया है. गंदे पानी के बढ़ने से चेक-ए-वाटू और अस्नूर गांवों के लोगों में दहशत पैदा हो गई है. बादल फटने के बाद गांव में चारों तरफ पानी फैल गया, जिससे कुछ लोग वहां फंस गए जिन्हें राहत एवं बचाव दल ने सुरक्षित निकाल लिया.
घाटी में आज हो सकती है बारिश
मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के अनुसार रविवार को जम्मू और कश्मीर के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती सकती है. जम्मू में शनिवार दिन की शुरुआत साफ मौसम के साथ हुई। दोपहर को सीधी धूप में पसीने छूट रहे थे. यहां दिन में उमस 76 फीसदी थी. जम्मू में अधिकतम तापमान सामान्य से थोड़ा चढ़कर 33.5 और न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि बनिहाल में तापमान 29.0, बटोत में 27.3, कटड़ा में 28.0 और भद्रवाह में 28.7 डिग्री सेल्सियस था. श्रीनगर में अधिकतम तापमान 29.0 डिग्री, पहलगाम में 26.5 और गुलमर्ग में 17.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
रामबन में लैंडस्लाइड, बादल फटने से दो की मौत
11 अगस्त को भारी बारिश से पहाड़ी राज्यों में लैंडस्लाइड्स और बादल फटने की घटनाएं सामने आई थीं. जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में लैंडस्लाइड और बादल फटने की वजह से दो लोगों की जान चली गई थी. जम्मू-श्रीनगर हाईवे को बंद करना पड़ा था.
जानकारी के अनुसार, यह घटना गुरुवार की है, जब रामबन जिले में बादल फट गया. इसके चलते लैंडस्लाइड हुई, जिससे पहाड़ों के पत्थर हाईवे पर आने लगे. जिला प्रशासन बचाव कार्य में जुट गया है और जल्द से जल्द नेशनल हाईवे को फिर से शुरू करने की कोशिश कर रहा है.
उत्तराखंड में दो दिन पहले बादल फटने से तबाही
उत्तराखंड में 24 अगस्त को टिहरी गढ़वाल के घनसाली के चिरबाटिया क्षेत्र में बादल फट गया था. यहां थार्ती-भटवाड़ा गांव के नेलचामी गाड़ में बादल फटने से भारी मलबा आ गया. किसानों की जमीनों को भारी नुकसान हुआ. धान की फसल नष्ट हो गई. थार्ती-भटवाड़ा में 3 पुलिया बह गई. वहीं रुद्रप्रयाग में लगातार बारिश से विकासखण्ड जखोली के ग्रामपंचायत त्यूखर में बादल फटने से काश्तकारों की कई हेक्टयर भूमि बह गई थी. मालूम हो कि 22 अगस्त को देहरादून और टिहरी गढ़वाल में बादल फटने से तबाही मच गई थी.
अशरफ वानी