'राजौरी-पुंछ में हालात चिंता का विषय, जवानों की तैनाती बढ़ा रहे...', बोले आर्मी चीफ जनरल पांडे

सेना प्रमुख पांडे ने कहा कि फोर्स मानव खुफिया जानकारी को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, आतंकवाद विरोधी अभियानों में स्थानीय लोगों का समर्थन भी बेहद महत्वपूर्ण है. पाकिस्तान का नाम लिए बिना जनरल पांडे ने कहा कि आतंकवादी ढांचे को समर्थन जारी है.

Advertisement
सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे (फाइल फोटो) सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 12 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 2:34 AM IST

जम्मू-कश्मीर के राजौरी-पुंछ की स्थिति चिंता का विषय है. इस इलाके में जवानों की तैनाती बढ़ाना, खुफिया तंत्र को बढ़ावा देना और स्थानीय लोगों तक पहुंच बनाना आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए किए जा रहे उपायों का हिस्सा है. ये बातें थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने कहीं.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जनरल पांडे ने कहा कि उन्होंने सैनिकों और कमांडरों को एक साफ मैसेज दिया है कि मानवाधिकारों के उल्लंघन के प्रति जीरो टॉलरेंस रहेगा. वह पेशेवर तरीके से काम करें. बता दें कि पिछले महीने पुंछ में आतंकवादियों द्वारा सेना के जवानों पर घात लगाकर किए गए हमले के संबंध में सेना द्वारा पूछताछ के दौरान कथित तौर पर तीन नागरिकों की मौत हो गई थी. जबकि इस हमले में सेना के चार जवान शहीद हो गए थे. 

Advertisement

पाकिस्तान का नाम लिए बिना जनरल पांडे ने कहा कि आतंकवादी ढांचे को समर्थन जारी है. लेकिन पुंछ-राजौरी की स्थिति हमारे लिए चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि पता चला है कि राजौरी-पुंछ इलाके में सक्रिय आतंकवादी आतंकी हमले और घात लगाकर हमले करने में बहुत अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं.

सेना प्रमुख ने कहा कि उन क्षेत्रों में हमारा आतंकवाद विरोधी अभियान लगातार जारी रहेगा ताकि क्षेत्र में जल्द से जल्द सामान्य स्थिति लौट सके. हमलों को अंजाम देने वाले प्रशिक्षित आतंकवादियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सेना प्रतिद्वंद्वी की कार्यप्रणाली से सामरिक सबक ले रही है.

सेना प्रमुख पांडे ने कहा कि फोर्स मानव खुफिया जानकारी को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, आतंकवाद विरोधी अभियानों में स्थानीय लोगों का समर्थन भी बेहद महत्वपूर्ण है. सेना खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए तकनीकी का उपयोग करने की क्षमता को मजबूत करने पर भी विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि हमने इस इलाके में अपनी तैनाती बढ़ा दी है और कुछ इकाइयों को फिर से तैयार किया है. साथ ही कहा कि सैनिकों को पेशेवर तरीके से काम करने को कहा गया है.

Advertisement

जनरल पांडे ने कहा कि हमने स्पष्ट रूप से दिशानिर्देश दिए हैं कि आपको (सेना के जवानों को) उन क्षेत्रों में क्या करना चाहिए और क्या नहीं. पिछले पांच-छह महीनों में राजौरी-पुंछ क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि हुई है. इस क्षेत्र में 2003 में आतंकवाद खत्म हो गया था और 2017-18 तक शांति थी. घाटी में स्थिति सामान्य होने के कारण, यह एक ऐसा क्षेत्र है, जहां हमारे विरोधी आतंकवाद को बढ़ावा देने, छद्म तंजीमों को इस क्षेत्र में सक्रिय होने के लिए प्रोत्साहित करने में लगे हैं. 

सेना प्रमुख ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में जम्मू-कश्मीर में 45 आतंकवादी मारे गए हैं. पुंछ में तीन नागरिकों की मौत के परोक्ष संदर्भ में जनरल पांडे ने कहा कि "प्रभावित गांव" को पहले ही सेना द्वारा गोद ले लिया गया है. उस घटना के बाद मैंने इलाके का दौरा किया. हमने स्थानीय समुदाय से बातचीत की.

थल सेनाध्यक्ष ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना के साथ संघर्ष विराम समझौता बरकरार है, हालांकि लगातार घुसपैठ की कोशिशें हो रही हैं, जिन्हें हम एक मजबूती से सफलतापूर्वक विफल करने में सक्षम हैं. उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल बॉर्डर एरिया में ड्रोन के माध्यम से नशीले पदार्थों, की तस्करी का प्रयास जारी है, लेकिन हमारे पास एक प्रभावी ड्रोन-विरोधी प्रणाली है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement