कहानी उस क्रिमिनल की, जिसने पुलिस को 14 साल छकाया, अब चने बेचते समय पकड़ा गया

सूरत पुलिस और एक हत्यारे के बीच 14 साल से आंख-मिचौली का खेल चल रहा था. डबल मर्डर केस में आरोपी 2009 से फरार था. वो लगातार लोकेशन बदल रहा था. 14 साल में उसका हुलिया पूरी तरह से बदल चुकी थी. ऐसे में उसे पहचानना मुश्किल था.

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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी. पुलिस की गिरफ्त में आरोपी.

संजय सिंह राठौर

  • सूरत,
  • 25 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 8:53 AM IST

सूरत पुलिस ने छत्तीसगढ़ के रायपुर से एक हत्यारे को अरेस्ट किया है. पुलिस और उसके बीच 14 साल से आंख-मिचौली का खेल चल रहा था. आरोप है कि साल 2009 में उसने दो लोगों की हत्या की थी. इसके बाद से वो फरार था और लगातार लोकेशन बदल रहा था. जब पुलिस ने उसे अरेस्ट किया, उस वक्त वो चने बेच रहा था. 

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दरअसल, सूरत पुलिस कमिश्नर अजय कुमार तोमर ने 'ऑपरेशन फरार' के तहत इनामी आरोपियों की लिस्ट तैयार कराई थी. इसमें 16 अपराधियों के नाम थे. ऑपरेशन फरार के तहत पुलिस लगातार इन अपराधियों को पकड़ने के लिए कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने दस हजार के इनामी बदमाश को 14 साल बाद गिरफ्तार किया है.

2009 में दो लोगों की हत्या हुई थी

सूरत पुलिस के डीसीपी भागीरथ गढ़वी ने बताया कि 2009 में सूरत ग्राम्य (रूरल) पुलिस के कडोदरा जीआईडीसी थाना क्षेत्र में फायरिंग के साथ ही दो लोगों की हत्या की गई थी. उस दौरान 5 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इसमें से आरोपी महेंद्र प्रताप सिंह फरार हो गया था. 

पुलिस के पहुंचने से पहले चित्रकूट से भाग गया था महेंद्र

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वो पिछले 14 साल से फरार था. उसे पकड़ने के लिए पुलिस की टीम कई बार उसके गांव गई. मगर, सफलता नहीं मिली थी. इस बीच एलसीबी जोन टीम को जानकारी मिली कि महेंद्र चित्रकूट में छुपा हुआ है. इस पर टीम चित्रकूट जाने के लिए भी सूरत से निकली लेकिन वहां पहुंचने से पहले आरोपी भाग गया. टीम आधे रास्ते से लौट आई.

14 साल में पूरी तरह से बदल चुका था आरोपी का हुलिया

एक बार फिर जानकारी मिली कि महेंद्र रायपुर में अपनी पहचान बदलकर चने बेचने का काम कर रहा है. इस पर टीम वहां पहुंची. मगर, 14 साल में आरोपी का हुलिया पूरी तरह से बदल चुका था. ऐसे में उसे पहचानना मुश्किल था. पुलिस ने उसे पहचानने के लिए उसके सोशल मीडिया अकाउंट का सहारा लिया. 

पुलिस को स्थानीय लोगों की तरह कपड़े पहनने पड़े

आरोपी के अकाउंट से फोटो लेकर और पुराने फोटोग्राफ से मैच करवाए गए. इसके बाद पूछताछ की गई और उसे गिरफ्तार किया गया. डीसीपी भागीरथ गढ़वी ने बताया कि टीम को रायपुर पहुंचने के बाद आरोपी को पकड़ने के लिए बहुत प्लानिंग करनी पड़ी. अपनी वेशभूषा बदलनी पड़ी. पहचान छुपानी पड़ी. स्थानीय लोगों की तरह कपड़े पहनने पड़े. 

अटल एक्सप्रेसवे पर चने बेचते हुए पकड़ा गया था महेंद्र

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कई दिनों तक आरोपी पर नजर रखनी पड़ी. इसके बाद उसे रायपुर में अटल एक्सप्रेसवे पर चने बेचते हुए पकड़ा गया था. इस ऑपरेशन को सूरत पुलिस के डीसीपीजोन-2 भगीरथ गढ़वी की एलसीबी स्कॉड के एएसआई जनक सिंह भगवान सिंह, प्रदीप जगदंबिका प्रसाद तिवारी, मनीष भाई और राकेश भाई की टीम ने अंजाम दिया है.

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