सूरत में परीक्षा के दौरान तकनीक का गलत इस्तेमाल करते हुए एक छात्र और छात्रा पकड़े गए. वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के अधीन बीसीए की परीक्षाएं चल रही थीं. इन्हीं में से एक परीक्षा केंद्र पर दोनों छात्र हाई टेक उपकरणों का इस्तेमाल कर नकल कर रहे थे. यह मामला सामने आने के बाद विश्वविद्यालय ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है.
जानकारी के अनुसार कंप्यूटर साइंस की परीक्षा में एक छात्रा ने स्मार्ट वॉच का इस्तेमाल करते हुए चैट जीटीपी में पूछे गए सवालों के जवाब ढूंढकर लिखना शुरू कर दिया था. उसने कई सवालों के उत्तर इसी तरीके से लिखे थे, लेकिन परीक्षा कक्ष में मौजूद स्टाफ की नजर उस पर पड़ गई. संदेह होने पर उसे जांचा गया और नकल करते हुए पकड़ लिया गया.
स्मार्ट वॉच से नकल करते पकड़े गए दो छात्र
इसी तरह आईटी संकाय के एक छात्र ने भी स्मार्ट वॉच में चैटजीपीटी और जेमिनी जैसे एआई प्लेटफॉर्म का उपयोग किया और लाइव उत्तर देखकर लिख रहा था. सुपरवाइजर ने उसकी गतिविधियों पर नजर रखी और उसे भी रंगे हाथों पकड़ लिया.
इस घटना के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने तुरंत जांच कराई. जांच में यह स्पष्ट हुआ कि दोनों छात्र आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर गैरकानूनी तरीके से नकल कर रहे थे. इसके बाद विश्वविद्यालय ने दोनों पर दस हजार रुपये का जुर्माना लगाया है. पहले पांच हजार रुपये जुर्माने का प्रावधान था, लेकिन अब इसे दोगुना कर दिया गया है.
कुलपति डॉक्टर किशोर सिंह चावड़ा ने बताया कि इस घटना ने विश्वविद्यालय को चौंका दिया है. उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान अब स्मार्ट वॉच, स्मार्ट रिंग, स्मार्ट पेन और किसी भी तरह के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को ले जाने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा.
छात्र और छात्रा पर लगा 10-10 हजार का जुर्माना
सुपरवाइजरों को भी परीक्षा हॉल में मौजूद सभी छात्रों की निगरानी के लिए स्मार्ट वॉल स्क्रीन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि आने वाली परीक्षाओं के लिए और कड़े नियम बनाए जा रहे हैं ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके.
संजय सिंह राठौर