Cyclone Tauktae: पीएम मोदी ने लिया जायजा, राहत कार्यों के लिए गुजरात को 1000 करोड़ की मदद

पीएम मोदी ने अहमदाबाद में समीक्षा बैठक भी की. इस दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी मौजूद रहे. पीएम मोदी ने गुजरात के लोगों के प्रति संवेदना जाहिर की.

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हवाई सर्वे के दौरान पीएम मोदी. (फोटो- ट्विटर) हवाई सर्वे के दौरान पीएम मोदी. (फोटो- ट्विटर)

हिमांशु मिश्रा / गोपी घांघर

  • नई दिल्ली,
  • 19 मई 2021,
  • अपडेटेड 9:13 PM IST
  • हर संभव मदद करेगा केंद्र- पीएम मोदी
  • घायलों को 50 हजार की मदद का ऐलान

Cyclone Tauktae से प्रभावित इलाकों का बुधवार को पीएम मोदी ने हवाई सर्वे किया. इस दौरान पीएम मोदी ने तूफान के चलते हुए नुकसान का जायजा लिया.पीएम मोदी ने अपने गृह राज्य गुजरात को राहत कार्यों के लिए एक हजार करोड़ रुपये की मदद का ऐलान किया.पीएम ने गुजरात में चल रहे राहत कार्यों के बारे में भी जानकारी ली.

पीएम मोदी ने अहमदाबाद में समीक्षा बैठक भी की. इस दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी मौजूद रहे. पीएम मोदी ने गुजरात के लोगों के प्रति संवेदना जाहिर की. पीएम ने ऐलान किया कि देश के जिन राज्यों में भी Cyclone Tauktae के चलते लोगों की मौत हुई है, उनके परिजनों को दो लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि घायलों को पचास हजार रुपये की मदद दी जाएगी.

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गुजरात में Tauktae के चलते हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए इंटर मिनिस्ट्रियल टीम भी दौरा करेगी. केंद्र ने सभी प्रभावित इलाकों में नुकसान के बाद मरम्मत और राहत के लिए  हर संभव मदद करने का ऐलान किया है. केंद्र की तरफ से यह भी कहा गया कि प्रभावित राज्यों के तरफ से जानकारी मुहैया कराने के बाद  प्रभावित राज्यों को आर्थिक सहायता दी जाएगी.

पीएम मोदी ने ऊना, दीव, जाफराबाद और महुवा इलाके का हवाई दौरा किया जिसके बाद उन्होंने अहमदाबाद में एक समीक्षा बैठक की. पीएम मोदी ने सुनिश्चित किया कि राज्य और केंद्र मिलकर इस संकट की घड़ी में प्रभावित इलाकों में लोगों की मदद करे. प्रभावित इलाकों में हालात सामान्य करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं. पीएम मोदी ने अपनी इस यात्रा के दौरान कोरोना संबंधित राहत कार्यों की भी जानकारी ली.

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पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार प्रभावित इलाकों की राज्य सरकारों के साथ नजदीक से काम कर रही है. उन्होंने कहा कि इस संकट की घड़ी में आपदा प्रबंधन से जुड़े वैज्ञानिक अध्ययन पर भी और ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रभावित इलाकों में क्षतिग्रस्त हुई इमारतों और मकानों को फिर से बनाए जाने पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए.

 

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