सूरत के पांडेसरा इलाके से एक चौंकाने वाली वारदात सामने आई है, जिसने पूरे शहर को स्तब्ध कर दिया है. महज 50 रुपये के लेन-देन के विवाद ने एक निर्दोष युवक की जान ले ली और एक अन्य घायल हो गया. घटना 16 सितंबर की रात की है, जब दोस्तों के बीच शुरू हुई मामूली बहस धीरे-धीरे खून-खराबे में बदल गई.
जन्मदिन पार्टी से शुरू हुआ विवाद
जानकारी के मुताबिक, पांडेसरा थाना क्षेत्र के रोकड़िया हनुमान मंदिर के पास लक्ष्मी नगर निवासी 28 वर्षीय भगत सिंह नरेंद्र सिंह, अपने दोस्त बिट्टू काशीनाथ सिंह के जन्मदिन समारोह में शामिल हुआ था. दोस्तों ने अलथान के एक होटल में पार्टी करने की योजना बनाई थी. पार्टी से पहले सभी पांडेसरा के तिरुपति प्लाजा के पास खड़े थे.
यह भी पढ़ें: सूरत: लाजपोर सेंट्रल जेल में हत्या के आरोपी कैदी ने हाई सिक्योरिटी यार्ड में की आत्महत्या, मचा हड़कंप
इसी दौरान अनिल राजभर ने बिट्टू सिंह से 50 रुपये की रकम मांगी, जो उसने पार्टी खर्च के लिए पहले दिए थे. इस मामूली सी मांग पर बिट्टू भड़क गया और अनिल को गालियां देने लगा. मामला इतना बढ़ा कि बात मारपीट तक पहुंच गई.
चाकू से हमला, भगत सिंह की मौत
देखते-देखते विवाद खतरनाक रूप ले बैठा. आरोप है कि बिट्टू सिंह अवधिया और उसके साथी चंदन करुणाशंकर दुबे ने गुस्से में आकर भगत सिंह और अनिल राजभर पर चाकू से हमला कर दिया. भगत सिंह पर कई वार किए गए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, अनिल राजभर गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना से इलाके में अफरा-तफरी मच गई.
तुरंत दर्ज हुई शिकायत, आरोपी गिरफ्तार
मृतक भगत सिंह के भाई नागेंद्र सिंह ने पांडेसरा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने तेजी दिखाते हुए 23 वर्षीय बिट्टू सिंह अवधिया और चंदन दुबे को गिरफ्तार कर लिया. जांच में पता चला कि आरोपी चंदन दुबे आदतन अपराधी है और उसके खिलाफ पहले से लूट और मारपीट के चार मामले दर्ज हैं.
पुलिस का बयान
डीसीपी निधि ठाकुर ने बताया कि 17 सितंबर की दोपहर करीब 12:30 बजे सभी दोस्त तिरुपति सर्कल के पास इकट्ठे हुए थे. पार्टी के लिए होटल रूम के खर्च और 50 रुपये की अदायगी को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि जानलेवा हमला हो गया. उन्होंने कहा कि मरने वाले का नाम भगत सिंह और घायल का नाम अनिल राजभर है. मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या और मारपीट के मामले में कार्रवाई की जा रही है.
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
घटना के बाद भगत सिंह के परिवार में मातम का माहौल है. मां, भाई-बहन और अन्य रिश्तेदार इस दर्दनाक मौत से सदमे में हैं. एक साधारण विवाद ने पूरे परिवार की खुशियां छीन लीं. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस वारदात ने समाज को हिला कर रख दिया है और यह सवाल खड़ा कर दिया है कि युवा किस राह पर जा रहे हैं.
संजय सिंह राठौर