गुजरात के वडोदरा में हुए दुखद हादसे के बाद राज्य सरकार हरकत में आई है. अब तीर्थ स्थल बेट द्वारका जाने वाली नौका में लाइफ जैकेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया है. गुरुवार को हरणी झील में नौका पलटने से 12 बच्चों और 2 शिक्षकों की दुखद मौत के बाद राज्य सरकार ने सभी तीर्थ और पर्यटन स्थलों पर सख्त कार्रवाई की है. इस हादसे के बाद नाव संचालक, नाव चालक और ठेकेदार समेत 18 लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है.
लाइफ जैकेट पहनना अनिवार्य
बेट द्वारका तीर्थयात्रा पर जाने के लिए 4.5 किलोमीटर लंबी अरब सागर नौका नाव पर तीर्थयात्रियों के लिए लाइफ जैकेट अनिवार्य कर दिया गया है. हालांकि, तीर्थयात्रियों के मुताबिक, यहां उपलब्ध कराए गए लाइफ जैकेट बहुत खराब स्थिति में हैं और उनकी मरम्मत की जानी चाहिए.
बेट द्वारका फेरी बोट एसोसिएशन के अध्यक्ष फकीरा भाई ने खराब स्थिति में लाइफ जैकेट के बारे में अपनी दिक्कतें साझा करते हुए बताया कि ओखा और बेट द्वारका के बीच चलने वाली नौकाओं की कीमत वर्षों से नहीं बढ़ाई गई है.
नाव हादसे में हुई थी 14 लोगों की मौत
आपको बता दें कि गुरुवार को गुजरात के वडोदरा स्थित हरणी झील में एक नौका पलटने से 14 लोगों की मौत हो गई. नाव पर निजी स्कूल के 27 छात्र सवार थे और तो और उन्हें बिना लाइफ जैकेट पहने ही नाव में बिठाया गया था.
अधिकारियों ने बताया कि छात्र पिकनिक मनाने आए थे और हरणी झील में नाव की सवारी कर रहे थे कि तभी दोपहर में यह हादसा हो गया. अधिकारियों ने बताया था कि नाव में 27 लोग सवार थे, जिनमें 23 विद्यार्थी और चार शिक्षक शामिल थे.
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘वडोदरा की हरनी झील में हुई एक नौका दुर्घटना में लोगों की मौत से व्यथित हूं. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ है. घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं.’
पीएम मोदी ने कहा कि प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राहत कोष से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी और घायलों को 50 हजार रुपये की धनराशि प्रदान की जाएगी.
(रिपोर्ट- रजनीकांत जोशी)
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