दिवाली से पहले 2 दिन में बिकी 35 लाख बोतल शराब, व्हिस्की की रही सबसे ज्यादा डिमांड

आबकारी विभाग के आंकड़ों की मानें तो दिवाली से पहले दो दिनों में बिक्री में औसत से लगभग 70 फीसदी ज्यादा की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई. सबसे ज्यादा बिक्री व्हिस्की के सेगमेंट में दिखी. दिल्ली में दिवाली से एक दिन पहले यानि रविवार को लगभग 20 लाख शराब की बोतलों की बिक्री हुई. उससे एक दिन पहले यानि शनिवार को लगभग 15 लाख बोतलें बिकीं.

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सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर

कुमार कुणाल

  • नई दिल्ली,
  • 25 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 12:45 PM IST

दिल्ली में दिवाली का जश्न दिल्ली वालों ने खूब मनाया. वीकेंड के साथ लगी दिवाली के मौके पर दो दिनों में 35 लाख बोतल खोल डालीं. यूं तो दिवाली वाले दिन यानि सोमवार को ड्राई डे होता है. यानि सारी शराब की दुकानें बंद होती हैं, लेकिन दारू की खरीददारी में दिल्ली के लोग एडवांस निकले और त्योहार से पहले ही इंतजाम कर लिया, ताकि दिवाली रोशन तो हो ही पीने पिलाने वालों के जश्न में कोई कमी ना आए. आबकारी विभाग के आंकड़ों की मानें तो दिवाली से पहले दो दिनों में बिक्री में औसत से लगभग 70 फीसदी ज्यादा की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई. सबसे ज्यादा बिक्री व्हिस्की के सेगमेंट में दिखी.

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कुछ ऐसा रहा आंकड़ा

दिल्ली में दिवाली से एक दिन पहले यानि रविवार को लगभग 20 लाख शराब की बोतलों की बिक्री हुई. उससे एक दिन पहले यानि शनिवार को लगभग 15 लाख बोतलें बिकीं. यानि दो दिनों में तकरीबन 35 लाख बोतलों की सेल हो गईं. आमतौर पर हर रोज 11 लाख बोतल शराब बेची जाती है.

यानि 22 लाख बोतलों की जगह 35 लाख बोतल की खरीददारी लोगों ने की. जानकारों की मानें तो दिल्ली में लोग सिर्फ शराब पीना ही पसंद नहीं करते बल्कि दिवाली के मौके पर महंगी शराब गिफ्ट के तौर पर भी दी जाती है और इसलिए ये बढ़ोत्तरी बहुत ज्यादा चौंकाने वाली नहीं है.

आबकारी विभाग के लिए बड़ी राहत

पिछले कुछ महीनों में आबकारी विभाग से कई सारे विवाद जुड़े रहे. अगस्त के महीने के बाद सीबीआई और ईडी ने पिछले साल लागू की गई आबकारी नीति में भ्रष्टाचार की जांच शुरु की. सितंबर के महीने से दिल्ली में शराब बिक्री का जिम्मा फिर से सरकारी एजेंसियों को सौंप दिया गया. सितंबर महीने में तो कमाई अच्छी खासी हुई, क्योंकि कारोबारियों और रेस्टोरेंट मालिकों ने अपने लाइसेंस रिन्यू करवाए और लाइसेंस फीस से कमाई का आंकड़ा एक महीने में ही एक हजार करोड़ तक पहुंच गया. लेकिन अक्टूबर की शुरुआत नवरात्रों से हुई और बिक्री लुढ़क गई. पहले 15 दिनों में सिर्फ 250 करोड़ की ही कमाई हुई लेकिन दिवाली ने बाजार में फिर से रंग भर दिया है.

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