दिल्ली: जल स्तर में गिरावट, लेकिन वॉर्निंग लेवल के ऊपर बह रही यमुना, कई इलाकों में बाढ़ का खतरा

दिल्ली (Delhi) में यमुना नदी (Yamuna River) अभी भी अपने खतरे के निशान पर बह रही है. हालांकि राहत की बात ये है कि बीती रात से यमुना के जल स्तर में गिरावट देखी गई है. हथिनी कुंड बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद शुक्रवार देर रात दिल्ली में यमुना का जल स्तर 205.60 पर पहुंच गया.

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दिल्ली में यमुना नदी उफान पर है. दिल्ली में यमुना नदी उफान पर है.

सुशांत मेहरा

  • नई दिल्ली,
  • 31 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 11:21 AM IST
  • हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद बढ़ रहा जल स्तर
  • प्रशासन अलर्ट पर, लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा जा रहा
  • बाढ़ के हालात से निपटने के लिए 52 बोट तैयार

देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में यमुना नदी (Yamuna River) का जल स्तर खतरे के निशान के नीचे आ गया है. आज सुबह 10 बजे यमुना का जलस्तर 204.97 मीटर पर आ गया जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है. शुक्रवार रात 10:00 बजे यमुना का जलस्तर 205.60 मीटर तक पहुंच गया था. हालांकि चिंता की बात अभी भी बनी हुई है क्योंकि यमुना का जलस्तर 204.50 मीटर के वार्निंग लेवल से अभी भी ऊपर है.

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हथिनी कुंड बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद शुक्रवार देर रात दिल्ली में यमुना का जल स्तर 205.60 पर पहुंच गया. यमुना खतरे के निशान के ऊपर बह रही थी लेकिन सुबह के वक्त यमुना के जलस्तर में 40 मिलीमीटर की कमी दर्ज की गई है. जल स्तर लगातार कम होने से निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा काफी हद तक कम हुआ है.

यमुना की लहरें विकराल रूप धारण कर रही हैं. हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से लगातार पानी छोड़ने की वजह से ही यमुना दिल्ली में लबालब हुई है. हथिनीकुंड बैराज से बुधवार को 1 लाख 60 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. इसके बाद गुरुवार को 1 लाख 14 हजार क्यूसेक पानी छोड़ना पड़ा. शुक्रवार सुबह 6 बजे हथिनीकुंड बैराज से 20 हजार 485 क्यूसेक पानी छोड़ा गया.  सुबह 8 बजे फिर से 19 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. इसके बाद से ही यमुना उफनाई हुई है.

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यमुना का जलस्तर थोड़ा कम हुआ है जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिली है.  प्रशासन जानता है कि अगर यमुना का जलस्तर बढ़ता रहा तो दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस जाएगा. सैकड़ों घर इसमें तबाह हो सकते हैं. अगर जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो गढी मांडू-उस्मानपुर, वजीराबाद, आईएसबीटी, चिल्ला, ओखला के इलाके, सरिता विहार और कालिंदी कुंज के इलाकों में मुसीबत बढ़ सकती है.

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दिल्ली सरकार ने  बाढ़ के हालात को देखते हुए उत्तरी पूर्वी दिल्ली, उत्तरी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, साउथ ईस्ट और सेंट्रल जिले के जिलाधिकारियों को अलर्ट कर दिया है. बाढ़ के हालात से निपटने के लिए 52 बोट तैयार हैं. 24 बोट यमुना नदी में चल रही हैं. पानी खतरे के निशान से पार होते ही चेतावनी भी जारी की जा रही है. ज्यादा खतरे वालो इलाकों में बोट से सर्वे किया जा रहा है. नदी किनारे बसे लोगों को दूर रहने और जगह खाली करने को कहा जा रहा है. यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए पुराने लोहे के पुल को बंद कर दिया गया है. आसपास के इलाके में बसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है. 

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दिल्ली के मौसम की बात करें तो आज भी दिल्ली के कई इलाकों में बारिश की पूरी संभावना है. मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि दिल्ली के कई इलाकों में शनिवार को भारी बारिश हो सकती है.

 

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