राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में शुक्रवार को हुई हल्की बारिश से लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली है. इन महीनों में होने वाली बारिश कई बार ये उम्मीद जगा देती है कि क्या वाकई मानसून पहुंच गया है. दिल्ली में जब कई इलाकों में बारिश हुई, तो लोगों के मन में ये सवाल उठना लाजिमी था कि क्या दिल्ली और आसपास के इलाकों में मानसून ने दस्तक दे दी है? लेकिन आसमान में बादल हों और कई इलाकों में बदरा बरस जाएं तो इसका मतलब ये कतई नहीं है कि मानसून आ चुका है.
दिल्ली में आजकल हो रही इक्का-दुक्का बारिश मानसून की बारिश नहीं हैं. इसे प्री-मानसून बारिश जरूर कहा जा सकता है, जो कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से हो रही है. इसका मतलब ये है कि अभी भी दिल्ली वालों को मानसून के लिए कम से कम अगले सप्ताह तक का इंतजार करना पड़ेगा. दिल्ली में मानसून आमतौर पर बंगाल की खाड़ी की ओर से आता है.
कई दिनों तक सुस्त पड़े रहने के बाद अब उसने रफ्तार तो पकड़ी है, लेकिन फिलहाल पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के कुछ इलाकों में ही मानसून ने दस्तक दी है. मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले कुछ दिनों में मानसून पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूरे बिहार में दस्तक दे सकता है.
दिल्ली में मानसून के आने की सामान्य तारीख 30 जून है. हालांकि ऐसा पहले भी कई बार हुआ है कि इस तारीख से काफी पहले मानसून ने देश की राजधानी में दस्तक दी है. हालांकि कई बार मानसून का इंतजार लंबा भी हुआ है. इस बार मौसम विभाग ने दिल्ली में मानसून के आने की कोई तारीख नहीं बताई है, लेकिन जानकार अंदाजा लगा रहे हैं कि 30 जून की सामान्य तारीख से कुछ पहले मानसून की दिल्ली में दस्तक हो सकती है.
कुमार कुणाल