'जिहाद की तैयारी...', आतंकी संगठन जैश की मैगजीन में था दिल्ली हमले का सीक्रेट मैसेज?

दिल्ली धमाके में जैश के दो बड़े लिंक सामने आए हैं. पहला है आतंकी मॉड्यूल, जिसने धमाका किया और दूसरा है शाहीन, जिसकी कार से असॉल्ट राइफल और भारी मात्रा में कारतूस मिले.

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आतंकी संगठन जैश की बात करने वाली मैगजीन में सफदरजंग मकबरे की एक मीनार का कवर पोस्टर छपा था. (Photo- ITG) आतंकी संगठन जैश की बात करने वाली मैगजीन में सफदरजंग मकबरे की एक मीनार का कवर पोस्टर छपा था. (Photo- ITG)

आजतक ब्यूरो

  • नई दिल्ली,
  • 12 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 4:17 PM IST

देश की राजधानी में सोमवार शाम हुए धमाके के बाद जांच एजेंसियों के हाथ बड़े सुराग लगे हैं. यह दिल्ली में 14 साल बाद सिर्फ बड़ा धमाका नहीं, बल्कि संसद हमले के बाद ऐसा धमाका भी है, जहां इसे अंजाम देने वाला कार में मारा गया. दावा है कि यह ऐसा पहला धमाका है, जहां वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल की बात हो रही है, यानी ऐसे शिक्षित और पेशेवर चेहरे, जिन पर आतंक का शक किसी को नहीं था. जांच एजेंसियां कई डॉक्टरों और संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.

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इस बीच एक और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है, जिसके बाद यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या आतंकी संगठन जैश ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद दिल्ली के लिए कोई स्पष्ट संकेत छोड़ा था? कारण, जैश-ए-मोहम्मद की बात करने वाली मैगजीन मदीना के मई 2025 के संस्करण में दिल्ली की मुगलकालीन इमारत सफदरजंग मकबरे की एक मीनार का कवर पोस्टर छपा था.

इसके अलावा, मैगजीन ने अतीत और वर्तमान पर एक विस्तृत लेख छापा, जिसमें 'गजवा-ए-हिंद' और 'जिहाद की तैयारी करो' का विशेष उल्लेख था. अपने भारत-विरोधी लेखों में जैश-ए-मोहम्मद ने भारत पर इस्लामी शासन के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए जेहाद का उपदेश दिया था.

ऑपरेशन सिंदूर के बाद से बौखलाया हुआ है मसूद अजहर

इसीलिए ये सवाल बना हुआ है कि क्या दिल्ली धमाके के पीछे जैश-ए-मोहम्मद का हाथ है? ऑपरेशन सिंदूर में जैश का न सिर्फ ठिकाना ध्वस्त हुआ बल्कि मसूद अजहर का परिवार भी मारा गया. इसके बाद से मसूद अजहर बदले की आग में जल रहा है. सबसे बड़ी बात ये है कि फरीदाबाद में जो डॉ शाहीन पकड़ी गई है, उसे भारत में महिलाओं को जैश से जोड़ने की जिम्मेदारी दी गई थी.

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बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर में देश के मोस्ट वांटेड आतंकी मसूद अजहर की बड़ी बहन मारी गई थी. इसके बाद जैश-ए-मोहम्मद में महिलाओं की भर्ती का जिम्मा मसूद अजहर ने अपनी छोटी बहन को सौंपा था. अक्टूबर के महीने में मसूद अजहर ने जैश में महिलाओं की भर्ती का ऐलान किया. जमात उल मोमिनात बनाने का ऐलान किया. जिसमें बड़े पैमाने पर 8 नवंबर से भर्ती का प्लान था लेकिन भारत में उसकी साजिश का सबसे बड़ा प्यादा पकड़ा गया, जो थी डॉक्टर शाहीन शाहिद है.

लखनऊ की रहने वाली है डॉ शाहीन

लखनऊ की रहने वाली डॉ शाहीन के तार दिल्ली ब्लास्ट से जुड़े होने की आशंका है. बताया जा रहा है कि मसूद ने उसे भारत में महिलाओं को जैश में शामिल करवाने का जिम्मा सौंपा था. इसके बाद सवाल उठता है कि क्या दिल्ली धमाके में जैश का हाथ है? जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फैले जिस बड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ, उसी मामले में शाहीन शाहिद को भी गिरफ्तार किया गया है.

लखनऊ में यूपी ATS और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक साथ शाहीन के घर जाकर पड़ताल की. इससे पहले उसके भाई डॉ. परवेज अंसारी के घर पर 3 घंटे तक तलाशी ली गई. घर से कई दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस, कार और बाइक बरामद हुई है. बरामद कार पर इंटीग्रल यूनिवर्सिटी का पास लगा हुआ मिला है.

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दिल्ली धमाके में जैश के दो बड़े लिंक आए सामने

दिल्ली धमाके में जैश के दो बड़े लिंक सामने आए हैं. पहला है आतंकी मॉड्यूल, जिसने धमाका किया और दूसरा है शाहीन, जिसकी कार से असॉल्ट राइफल और भारी मात्रा में कारतूस मिले. ये पूरा मामला इस बात की ओर इशारा करता है कि जैश-ए-मोहम्मद अब मेडिकल प्रोफेश्नल्स को आतंकी की नई रणनीति में शामिल कर रहा है, जिससे शक न हो और नेटवर्क गुप्त बना रहे.

इसके अलावा दिल्ली धमाके का जैश से कनेक्शन जुड़ने की एक और वजह है हमले में गाड़ियों का इस्तेमाल. लाल किले के पास हए धमाके में पेशे से उमर नाम के एक डॉक्टर ने कार चलाते हुए खुद को उड़ा लिया. इसी तरह जैश-ए-मोहम्मद ने 14 फरवरी 2019 को कश्मीर में आत्मघाती हमले को अंजाम दिया था, जिसमें 46 सैनिक शहीद हो गए थे. पाकिस्तान के आतंकियों को सबक सिखाने के लिए भारत ने पहले एयर स्ट्राइक और फिर ऑपरेशन सिंदूर को लॉन्च किया. पाकिस्तान में लश्कर और जैश के ठिकाने तबाह भी हुए.

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